बोधगया में बीते शुक्रवार को आयोजित पीएम मोदी के कार्यक्रम में नवादा विधायक विभा देवी और रजौली विधायक प्रकाश वीर पीएम मोदी के मंच पर दिखे तो आरजेडी ने उन दोनों पर बड़ा एक्शन ले लिया है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने साफ शब्दों में कहा है कि चले गए तो कार्रवाई नहीं, बल्कि इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में उन दोनों को टिकट नहीं मिलेगा. हमारा जनाधार है हम उन सीटों पर दूसरे उम्मीदवार को उतरेंगे.
क्या बोले मंगनी लाल मंडल?
मंगनी लाल मंडल ने कहा कि 2020 में हमारे 78 विधायक जीतकर आए. उसमें से चार लोग दूसरे के प्रलोभन में आकर इधर-उधर चले गए. अब आज दो विधायक चले गए हैं, तो उससे हमारी पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है. वह लोग चले गए तो चले गए. इससे हमारी पार्टी को कोई दिक्कत नहीं होगी. हमारी पार्टी का जनाधार उन दोनों सीटों पर है.
हमने 2020 में इन दोनों को टिकट दिया था, हमारे पार्टी का टिकट पर वे दोनों चुनाव जीतकर आए थे. इस बार उन दोनों सीटों पर हमारी पार्टी से दूसरे उम्मीदवार चुनाव मैदान में रहेंगे और जीतेंगे. उन्होंने नवादा विधायक विभा देवी की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनके पति राजबल्लभ यादव बरी हो गए हैं. वह रेप केस में के आरोपी थे और सरकार की ओर से उन्हें बचाया गया है. सरकार की ओर से उनके खिलाफ पक्ष नहीं रखा गया. सरकार ने उनको मैनेज किया यह लोग सरकार को मैनेज किए. इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है.
बता दें कि नवादा के पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी आरजेडी की विधायक हैं, लेकिन कुछ महीने से वह पार्टी से दूरी बनाए हुए थी और तेजस्वी यादव पर पैसे मांगने का आरोप लगाई थी. प्रकाश वीर रजौली के आरजेडी विधायक हैं और वह भी नवादा जिले में ही आते हैं. इससे पहले 2024 में ही आरजेडी के चार विधायक पाला बदलकर एनडीए में चले गए थे.
राजबल्लभ यादव की आरजेडी से दूरी
इनमें संगीता देवी जो अभी बीजेपी की प्रवक्ता बन गई हैं, तो अनंत सिंह की पत्नी मोकामा विधायक नीलम देवी, आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद और प्रहलाद यादव एनडीए में शामिल हो गए थे. अब दो और विधायक फिर आरजेडी को टाटा बाय-बाय कर दिया है. हालांकि राजबल्लभ यादव का आरजेडी से दूरी के बाद जदयू के पूर्व विधायक रहे कौशल यादव और उनकी पत्नी पूर्णिमा यादव कुछ महीने पहले ही आरजेडी में शामिल हो गए हैं और ऐसी संभावना है कि पार्टी की ओर से उन्हें टिकट दिया जा सकता है.