आंध्र प्रदेश के सत्य साईं जिले के हिंदूपुर की रहने वाली अर्चना अपने खाली समय में शादियों में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थीं. अर्चना शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे हैं. अर्चना 14 अगस्त को दोस्तों के साथ चिक्काबल्लापुर स्थित ईशा फाउंडेशन जाने के लिए घर से निकली थीं, लेकिन वापस नहीं लौटीं.
अर्चना का शव 17 अगस्त को चिक्कबल्लापुर जिले के गौरीबिदनूर इलाके के नामगोंडलू गांव के पास मिला था. मनचेनहल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बेंगलुरु में ऑटो चलाने वाले ड्राइवर राकेश और उसकी प्रेमिका अंजलि को गिरफ्तार कर जब पुलिस ने पूछताछ की. इस दौरान उन्होंने जो बताया उससे हर कोई हैरान रह गया.
ऑटो चालक राकेश मूल रूप से चिक्कबल्लापुर जिले के गौरीबिदनूर तालुका के विरुपासांद्रा का रहने वाला है. ऑटो चालक बनने से पहले, राकेश गौरीबिदनूर के हिंदूपुर में शादी वाले घरों में रसोइए का काम करता था. उसी दौरान उसकी मुलाकात अर्चना से हुई, जो शादी वाले घरों में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी. हाल ही में अर्चना ने राकेश को वीडियो कॉल करके उसके सुख-दुख के बारे में पूछा.
ऑटो का लोन चुकाने के लिए की हत्या
राकेश की नजर अर्चना के शरीर पर पड़े सोने के कंगन पर पड़ी. राकेश ने फाइनेंस से लोन लेकर एक ऑटो खरीदा था और पिछले तीन महीनों से उसकी ईएमआई नहीं चुका पाया था.ऑटो जब्त होने के डर से राकेश ने अर्चना के सोने के गहने चुराने का प्लान बनाया. उसने यह बात अपनी दूसरी गर्लफ्रेंड निहारिका को बताई, जो बेंगलुरु के मारुथाहल्ली में एक पीजी में रहती थी. निहारिका ने यह बात अपनी करीबी दोस्त अंजलि को बताई. फिर अंजलि ने अपने एक और दोस्त नवीन को बताया और उससे राकेश का साथ देने को कहा.
तीन दोस्तों के साथ मिलकर बनाया प्लान
राकेश ने अर्चना को फोन करके ईशा फाउंडेशन जाने को कहा. अर्चना राकेश की बात मान गई, फिर नवीन, राकेश और अंजलि पीजी मालिक की गाड़ी लेकर हिंदूपुर पहुंचे और अर्चना को वहां बिठाकर दिन भर घुमाते रहे. शाम को उन्होंने गाड़ी में ही अर्चना का गला ओढ़नी से बांध दिया और उसकी हत्या कर दी. उन्होंने अर्चना के सोने के गहने चुरा लिए और उसकी लाश नामगोंडलू गांव के पास फेंककर भाग गए.
आरोपी कैसे बच निकला?
अर्चना का शव मिलने के बाद पुलिस ने उसके मोबाइल फोन की जांच की. अर्चना की कॉल हिस्ट्री में आरोपी राकेश और अंजलि के नाम दिखाई दिए. जब पुलिस राकेश और अंजलि को पूछताछ के लिए ले आई, तो उन्होंने सच उगल दिया.
बेंगलुरु में सदमे में फंसे ऑटो चालक राकेश ने अपनी बहन अर्चना की हत्या कर दी. ताकि वह अपना कर्ज चुका सके और ऑटो की ईएमआई दे सके. मंचेनहल्ली थाना पुलिस ने राकेश और अंजलि को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस ने निहारिका और नवीन को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है.