किशनगंज : किशनगंज में जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) के राशन दुकानदारों ने जिला समाहरणालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया. यह धरना 22 अगस्त को पटना के डाक बंगला चौराहे पर हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में आयोजित किया गया था. फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन ने इस दौरान गिरफ्तार विक्रेताओं की बिना शर्त रिहाई की मांग की.एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि 9 अगस्त को पश्चिम चंपारण के गांधी आश्रम भिट हरवा से एक पैदल मार्च निकाला गया था. इस मार्च का समापन पटना के गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ होना था. लेकिन पटना के डाक बंगला चौराहे पर पुलिस ने महिला विक्रेताओं के साथ अभद्रता की और कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया.इसी के विरोध में किशनगंज के विक्रेताओं ने धरना देकर सरकार से जवाब मांगा.
धरने के दौरान विक्रेताओं ने अपनी प्रमुख मांगें रखीं. इनमें प्रति क्विंटल 300 रुपये कमीशन या न्यूनतम 30,000 रुपये मासिक मानदेय देने, पिछले आठ महीनों का बकाया कमीशन भुगतान, अनुकंपा नियुक्ति में आयु सीमा समाप्त करने और वन नेशन वन कमीशन नीति लागू करने की मांग शामिल है.
विक्रेताओं ने बताया कि वर्तमान में उन्हें प्रति क्विंटल सिर्फ 90 रुपये कमीशन मिलता है. इससे उनकी मासिक आय महज 5,000 से 7,000 रुपये तक होती है, जो समय पर भी नहीं मिलती. इससे दुकानदारों को आर्थिक संकट झेलना पड़ता है.एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों पर सरकार जल्द कार्रवाई नहीं करती, तो किशनगंज के सभी राशन विक्रेता अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. धरने के दौरान जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया जिसकी प्रतिलिपि राज्यपाल और मुख्यमंत्री को भी भेजी गई है.