लखनऊ का एक सातवीं कक्षा का छात्र उस समय चर्चा में आ गया जब वह मां की डांट से नाराज होकर घर छोड़ साइकिल से वृंदावन पहुंच गया. बच्चे की उम्र महज 12 साल बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, उसने घर में मां से डांट खाने के बाद तय किया कि वह सीधे वृंदावन जाएगा और वहां संत प्रेमानंद महाराज से मिलेगा. बच्चे की इस हरकत ने परिवार और पुलिस दोनों को परेशान कर दिया.
परिवार ने जब देखा कि बच्चा अचानक गायब है, तो उसकी खोजबीन शुरू की गई. काफी देर तक पता न चलने पर परिवार ने पुलिस को सूचना दी. लखनऊ पुलिस ने तुरंत अलर्ट जारी किया और बच्चे की तलाश शुरू की. इस बीच जानकारी मिली कि वह लगातार साइकिल से चलते हुए वृंदावन की ओर बढ़ रहा है.
करीब 400 किलोमीटर की दूरी बच्चे ने तय की और रास्ते में स्थानीय लोगों ने भी उसे मदद की. वृंदावन पहुंचकर वह सीधे प्रेमानंद महाराज के आश्रम जाने की जिद करने लगा. पुलिस और स्थानीय प्रशासन को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने बच्चे को सुरक्षित अपने संरक्षण में लिया और परिवार को सूचना दी.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बच्चा मानसिक रूप से स्वस्थ है लेकिन भावनाओं में बहकर उसने यह बड़ा कदम उठा लिया. पूछताछ में उसने बताया कि मां की डांट से नाराज होकर उसने तय कर लिया था कि वह संत प्रेमानंद महाराज से मिलेगा और उन्हीं के पास रहेगा.
बच्चे के सुरक्षित लौटने से परिवार ने राहत की सांस ली. मां ने बेटे को गले लगाया और कहा कि डांट का मतलब सिर्फ उसकी भलाई के लिए था. इस घटना ने यह भी दिखा दिया कि बच्चों की भावनाओं को समझना और उनके साथ धैर्यपूर्वक व्यवहार करना कितना जरूरी है.
स्थानीय लोग भी बच्चे की दृढ़ इच्छा शक्ति और साहस से हैरान हैं, लेकिन साथ ही यह भी मानते हैं कि इस उम्र में ऐसी यात्राएं खतरनाक हो सकती हैं. पुलिस ने परिवार को आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटना न हो, इसके लिए आवश्यक मदद दी जाएगी.