उत्तर प्रदेश: हरदोई जिले में पाली एवं सवायजपुर क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों के साथ फर्जी फाइनेंस कंपनी की ब्रांच खोलकर धोखाधड़ी की गई, लोन दिलाने का झांसा देकर फाइल एवं प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर लाखों रुपए लिए गए. लोन की रकम खाते में न पहुंचने पर ग्रामीण सोमवार को जब ब्रांच पहुंचे तो उन्हें वहां ताला लटका मिला, जिसके बाद उन्होंने हंगामा किया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
सवायजपुर कोतवाली क्षेत्र के रूपापुर में बीती 16 अगस्त को चार लोगों ने गौतम पुत्र पट्टेलाल की एक दुकान किराए पर ली, जिसमें नीसू फिनकैप लिमिटेड नाम की फाइनेंस कंपनी की एक ब्रांच खोली, जिसके कथित कर्मचारियों ने सवायजपुर एवं पाली थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में घर-घर जाकर ग्रामीणों को 50-50 हजार रुपए लोन दिलाने का झांसा दिया, बताया कि लोन की अदायगी 24 महीने में करनी होगी.
उन्होंने ग्रामीणों से फाइल और प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर 2860 रुपए प्रति व्यक्ति वसूले और सोमवार सुबह 10 बजे खाते में लोन की रकम पहुंचने की बात कही. जब बताए गए समय पर ग्रामीणों के खाते में लोन की रकम नहीं पहुंची तो वह उपरोक्त ब्रांच पहुंचे, जहां ब्रांच बंद मिला. जब कर्मचारियों का नंबर लगाया तो नंबर स्विच ऑफ आ रहा था, तब उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी और ठगी का अहसास हुआ. ग्रामीणों ने हंगामा किया और पुलिस को सूचना दी. पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और किसी तरह ताला खुलवाकर अंदर देखा तो वहां सिर्फ कुर्सी, स्टूल और काउंटर ही था, ठग अपना सारा सामान लेकर गए थे. ठगों ने क्षेत्र के प्रत्येक गांव से 10 से 15 लोगों से लोन दिलाने के नाम पर रुपए वसूले. ग्रामीणों के मुताबिक करीब 200 लोगों के साथ ठगी हुई है. आशीष कुमार पुत्र राम औतार निवासी ग्राम दरियापुर बलभद्र, शिशुपाल पुत्र जोतराम निवासी ग्राम गुजीदेई, देवेंद्र कुमार पुत्र रामचरन निवासी ग्राम कछेलिया थाना पाली ने सवायजपुर थाने में तहरीर दी, जिसमें दर्जनों पीड़ितों ने हस्ताक्षर किए. पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच पड़ताल में जुट गई है.