Ganesh Chaturthi 2025: 27 अगस्त को शुरू होने वाले गणेश चतुर्थी के त्योहार से ठीक पहले लालबाग के राजा की पहली झलक सामने आ गई है. हर वर्ष की तरह इस बार भी बप्पा का रूप निराला और खास है, जो भक्तों के दिलों को छू जाएगा. गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू होने से पहले ही लोग देश के कोने कोने से लालबाग के राजा के दर्शन हेतु महाराष्ट्र पहुंच जाते हैं. लालबाग के राजा को लालबागचा राजा के नाम से जाना जाता है.
लालबागचा राजा की पहली झलक आई सामने
दरअसल, मुंबई के लालबाग में गणपति का एक बेहद शानदार मंदिर है, जिसे लोग लालबाग के राजा के नाम से जानते हैं.गणेश चतुर्थी के खास मौके पर अब लालबाग के राजा की पहली झलक देखने को मिली है, जिसे देखने के लिए हर साल हजारों-लाखों लोग लंबी कतारों में लगते हैं.
वहीं, लालबाग के राजा की स्थापना का इतिहास भी बहुत दिलचस्प है. यहां पर भक्त बड़ी श्रद्धा और उमंग के साथ पूजा अर्चना करते हैं. भगवान गणेश की यह प्रतिमा इतनी बड़ी और भव्य होती है कि उसकी सुंदरता हर किसी का मन मोह लेती है. हर साल लाखों लोग दर्शन करने मुंबई आते हैं और यहां के त्योहार में शामिल होकर अपनी श्रद्धा दिखाते हैं.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि गणेश महोत्सव यानी भगवान गणेश का त्योहार मुंबई में धूमधाम से मनाया जाता है, और इस दौरान लालबाग के राजा सबसे ज्यादा चर्चा में रहते हैं. यह त्योहार 10 दिन तक चलता है, जिसमें पूरे शहर में खुशियों का माहौल होता है. इस बार गणेश चतुर्थी का शुभ आरंभ 27 अगस्त यानी कल से होगा और यह त्योहार 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन खत्म होगा.
लालबागचा राजा के दर्शन का महत्व
गणेश चतुर्थी के उत्सव के दौरान लगने वाला लालबागचा राजा का पंडाल पूरे भारत में सबसे प्रसिद्ध और बड़ा माना जाता है. लालबागचा राजा के दर्शन हेतु भक्त विदेशों से भी आते हैं. गणेश चतुर्थी 10 दिनों तक चलने वाला पर्व होता है, जिसमें हर किसी की नजर लाल बाग में भगवान गणेश की प्रतिमा पर टिकी होती है. कहा जाता है कि जहां इस पंडाल में गणपति की मूर्ति की पूजा होती है, वहां आने वाले हर भक्त की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
लाल बाग के राजा की खास बात यह है कि इनकी मूर्ति लगभग 20 फीट ऊंची होती है. इस मूर्ति को बनाने की प्रक्रिया बप्पा के चरणों से शुरू होती है, जो श्रद्धालुओं के लिए बहुत ही खास माना जाता है.