अयोध्या जिले में यूरिया खाद की किल्लत और किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सोमवार को समाजवादी पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन किया. सपा सांसद अवधेश प्रसाद की अगुवाई में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और नेता रामनगरी की सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान किसानों की समस्याओं से जुड़ी पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को सौंपा गया.
सांसद अवधेश प्रसाद ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ और यूरिया खाद की पर्याप्त आपूर्ति नहीं कराई गई तो 28 अगस्त से तहसीलवार आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी शुरुआत मिल्कीपुर तहसील से होगी. उन्होंने कहा कि छुट्टा मवेशी किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं और जान-माल का नुकसान भी कर रहे हैं, लेकिन सरकार मौन है.
किसानों की मुख्य मांगें
जिले में यूरिया खाद की भारी कमी दूर की जाए और कालाबाजारी पर रोक लगे.
भूमि अधिग्रहण के नाम पर किसानों को जबरन बेघर करने की नीति बंद हो और उचित मुआवजा दिया जाए.
कानून-व्यवस्था सुधारकर महिलाओं को सुरक्षा मिले.
बिजली की समस्या से किसानों को राहत दी जाए.
छुट्टा मवेशियों से निजात दिलाने के लिए ठोस प्रबंध किए जाएं.
सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि खाद लेने गए किसानों पर प्रशासन ने लाठियां बरसाईं, जो बेहद निंदनीय है. जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव ने कहा कि किसानों पर बरसी हर लाठी का हिसाब 2027 में लिया जाएगा. वहीं, पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे ने कहा कि किसानों को खाद की जगह लाठियां मिल रही हैं, जो भाजपा सरकार की तानाशाही का प्रमाण है.
इस मौके पर सपा प्रवक्ता लवलेश पांडे ने बताया कि कार्यक्रम में पूर्व विधायक अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां, हाजी फिरोज खान गब्बर, राम अचल यादव, जेपी यादव, ओपी पासवान सहित बड़ी संख्या में पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
अयोध्या में हुए इस विरोध प्रदर्शन ने किसानों की नाराजगी और सरकार के प्रति आक्रोश को एक बार फिर उजागर कर दिया है.