इंदौर में एक शराब ठेकेदार और पब संचालक ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड नोट में गर्लफ्रेंड की ब्लैकमेलिंग से परेशान होने की बात लिखी है। गर्लफ्रेंड रेप केस लगवाने की धमकी देती थी। ब्लैकमेल करके 25 लाख रुपए ऐंठ भी लिए थे।
अन्नपूर्णा थाना पुलिस के मुताबिक, भूपेंद्र रघुवंशी शराब कारोबार से जुड़े हुए थे। वे शोशा, पिचर्स और स्कल पब के मालिक थे। सोमवार रात अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिवार के लोग उन्हें निजी अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सुसाइड नोट में भूपेंद्र ने इति तिवारी नाम की महिला का जिक्र करते हुए लिखा कि दोनों दो साल से साथ थे। कुछ समय बाद इति ब्लैकमेल करने लगी।
सुसाइड नोट – 1
मेरे मरने के बाद मेरे घरवालों और दोस्तों को कोई परेशान न करे।
इति तिवारी के साथ मेरा रिश्ता 2 साल से ज्यादा चला। शुरू में सब ठीक था, लेकिन मुंबई जाने के कुछ समय बाद उसने धमकी देना शुरू कर दिया। वह मुझे डराती थी कि रेप केस लगवा देगी।
मुंबई में किन लोगों से उसका संपर्क है या उसके पीछे कौन लोग हैं, यह साफ नहीं है। मुंबई या इंदौर, दोनों जगह से वह दबाव बनाती रही।
जब वह यहां (इंदौर) आने वाली थी, तब मैंने दीपेश भैया और श्रीकांत भैया को बताया था। उसी रात उसने हंगामा किया और मामला 25 लाख में सुलझा। अगले दिन मैंने पैसे भी दे दिए। इसके बाद कुछ समय तक वह रोती रही।
लोगों के सामने कुछ और बोलती थी और अकेले में कुछ और। शुरू में जो भी हुआ, वह मेरी मर्जी से था और सारे खर्चे भी मैंने ही किए। बाद में उसे किसी का गलत सपोर्ट मिला और उसने मुझे पूरी तरह घर में कैद कर दिया।
सबके सामने वह कहती थी कि मैं उसके लिए कुछ नहीं करता, लेकिन सारी डिटेल मेरे कार्ड, पेटीएम और फ्लाइट करवाने वाले करण भैया से मिल जाएगी।
सुसाइड नोट – 2
मोबाइल से लेकर एयरपोर्ट, शॉपिंग, सैलून और बाकी सारे खर्च मैंने किए हैं। इति ये सब चीजों को नकार नहीं सकती, क्योंकि ये सबके सामने हुआ है। बर्थडे और बाकी मौकों पर जो कुछ भी हुआ, वह कैसे नकारा जा सकता है?
कुछ समय पहले कार के लिए भी ‘हां’ की थी, फिर बाद में ‘ना’ कर दी। मुंबई में दो-तीन गाड़ियों की टेस्ट ड्राइव भी ली थी।
अब केस करने का बोल रही है। मुंबई जाने के बाद क्या हुआ, पता नहीं। उसने मुझे कई बार कहा कि केस लगवा दूंगी। मुझे नहीं पता इसके पीछे कौन-कौन लोग हैं।
मेरा फोन हैक करवा रखा है। मुझसे कहती है कि उसके पास पूरा रिकॉर्ड है। इस वजह से मुझे दूसरा फोन लेना पड़ा, क्योंकि इसका फोन मैं मिस नहीं कर सकता था। दूसरे फोन पर अलग बातें होती थीं और एक फोन हमेशा इसके लिए फ्री रखना पड़ता था।
सुसाइड नोट – 3
इसके पति को हमारे बारे पता है, लेकिन इस मामले में वो शायद ही इनवॉल्व हो। इति से मैंने सबकुछ शेयर कर रखा है। अब उसी भरोसे का फायदा उठा रही है।
मैं इंदौर में घूम नहीं सकता, बाहर नहीं जा सकता। लेकिन इति मुंबई में सब कर सकती है। वाइफ और बच्चों को मुंबई छोड़ने गया था, तब इति ने ड्राइवर के सामने भी लड़ाई की थी।
अपनी दोस्त को ले जाने के लिए भी इति ने मुझसे टिकट कराई थी। रेडियो बार में प्रैंक के बाद मैं पूरी रात सो नहीं पाया था। होटल का गेट बंद कर रखा था। उसने घर भी फोन किया था शायद।
मैं इति के लिए सारी चीजें करने को तैयार था। लेकिन इसका धमकाना चालू रहा।
सुसाइड नोट – 4
अंशुमन भैया को भी लगभग सारी बातें पता है। सिर्फ पैसे वाली बात किसी से शेयर नहीं की, दिपेश भैया और संतोष भैया से भी नहीं।
इन सबके पीछे कौन-कौन है, यह नहीं समझ पा रहा। इति अकेली तो ये सब नहीं कर सकती। आज फिर ऐसा लग रहा है कि ये रिपोर्ट कर सकती है या करवा सकती है।
आज तो फोन पर फिर से बोली कि आईफोन-17, एक फ्लैट और एक कार चाहिए। फिर कहने लगी कि नहीं चाहिए, इसे लगा कि मैं कॉल रिकॉर्डिंग कर रहा हूं।
जब ये इंदौर आई थी, इसने मेरे दोनों फोन को गाड़ी के दोनों पहियों के बीच रखवाकर तुड़वा दिए। अगले दिन मुझे सैमसंग ठीक कराना पड़ा और आईफोन खरीदना पड़ा। उसमें भी बहुत डेटा है।
इसके एक दिन पहले ही हमारा झगड़ा हुआ था। वैशाली के सामने इसने बैग से मारा था। इसी बैग में एक फोन था, जो मैंने झगड़े में तोड़ दिया था। ये फोन भी इति को मैंने ही दिलाया था। वंसुधरा से इसकी डिटेल मिल जाएगी।
तीन पब के बाद रेस्टोरेंट भी बंद हुआ इंदौर में तीनों पब बंद होने के बाद भूपेन्द्र रघुवंशी ने करीब एक साल पहले अपोलो टॉवर में कहानी रेस्टोरेंट की शुरुआत की थी। कर्ज के चलते इसे भी कुछ समय पहले बंद करना पड़ा। उनकी कुछ संपत्तियां किराए पर दी गई थीं। परिवार के लोगों के अनुसार, पिछले कुछ समय से भूपेन्द्र ने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलना-जुलना भी बंद कर दिया था।
बेटी के लौटने के बाद होगा अंतिम संस्कार भूपेन्द्र के परिवार में पत्नी आरती, एक बेटा, एक बेटी और बुजुर्ग माता-पिता हैं। उनकी बेटी अमेरिका में रहती है और आईटी कंपनी में कार्यरत है। परिजनों ने उसे पिता की तबीयत खराब होने की जानकारी देकर इंदौर बुलाया है। गुरुवार को बेटी के इंदौर पहुंचने के बाद भूपेन्द्र का अंतिम संस्कार किया जाएगा।