मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां समलैंगिक रिश्ते में रहने वाले दो युवकों को कठोर सजा दी गई। इस्लामिक कानून लागू होने वाले आचेह प्रांत में एक युवक को उसके साथी से प्यार करने के आरोप में 76 बार सार्वजनिक रूप से कोड़े मारे गए। यह घटना सामने आते ही न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारी विवाद खड़ा हो गया है।
जानकारी के अनुसार, आचेह प्रांत इंडोनेशिया का एकमात्र इलाका है जहां शरीयत कानून पूरी तरह लागू है। यहां समलैंगिकता को अपराध माना जाता है और इसे इस्लामिक सिद्धांतों के खिलाफ समझा जाता है। इसी नियम के तहत स्थानीय धार्मिक पुलिस ने इन दोनों युवकों को पकड़कर अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों को दोषी मानते हुए कठोर सजा सुनाई।
गवाहों के अनुसार, युवक को सार्वजनिक स्थान पर लाया गया जहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। फिर उसे शरिया पुलिस ने एक-एक करके कुल 76 कोड़े मारे। इस दौरान युवक दर्द से तड़पता रहा, लेकिन कानून के नाम पर सजा पूरी की गई। उसका साथी भी इसी तरह की सजा से गुज़रा।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हंगामा मच गया। मानवाधिकार संगठनों और एलजीबीटीक्यू+ कार्यकर्ताओं ने इंडोनेशिया सरकार की आलोचना करते हुए इसे “अमानवीय और क्रूर” करार दिया। उनका कहना है कि किसी की निजी पसंद और प्यार के रिश्ते को अपराध मानकर ऐसी सजा देना मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन है।
हालांकि, आचेह प्रांत के धार्मिक अधिकारियों का कहना है कि शरीयत कानून का पालन करना उनकी जिम्मेदारी है और इस्लामी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया जा सकता। वहीं, इंडोनेशिया के बाकी हिस्सों में समलैंगिकता अपराध नहीं है, लेकिन आचेह में लागू कड़े कानूनों की वजह से ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।
यह मामला एक बार फिर से दुनिया के सामने यह सवाल खड़ा करता है कि धार्मिक कानून और मानवाधिकारों के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए। अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बाद भी इंडोनेशिया के इस प्रांत में शरीयत कानून को लेकर कोई नरमी की संभावना नहीं दिख रही है।