उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी को ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली है। इस धमकी भरे मेल ने सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। मामला सामने आने के बाद विधायक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और जांच तेजी से शुरू कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार, यह धमकी उस वक्त दी गई जब विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने जिले में अवैध कब्जों और धार्मिक स्थलों पर हो रहे अतिक्रमण के खिलाफ आवाज उठाई थी। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर कुछ जगहों पर अतिक्रमण का मुद्दा उठाया था। इसके बाद उन्हें संदिग्ध ईमेल मिला जिसमें जान से मारने की चेतावनी दी गई।
विधायक ने तुरंत इस ईमेल की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी। पुलिस अधिकारियों ने साइबर सेल को जांच में लगाया है ताकि ईमेल भेजने वाले का पता लगाया जा सके। प्राथमिक जांच में पता चला है कि ईमेल आईडी फर्जी हो सकती है, लेकिन पुलिस तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर सुराग जुटा रही है।
इस घटना के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि जनप्रतिनिधि अगर जनता के मुद्दे उठाएंगे और उन्हें इस तरह की धमकियां मिलेंगी तो यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है। वहीं, विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने भी कहा है कि वह डरने वाले नहीं हैं और जनता के हित में अपनी आवाज़ मजबूती से उठाते रहेंगे।
देवरिया पुलिस ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। विधायक की सुरक्षा में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और हर गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है। साथ ही, पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही आरोपी तक पहुंचकर उसे बेनकाब किया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर से नेताओं और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। धमकी का यह मामला न सिर्फ स्थानीय स्तर पर बल्कि प्रदेश की राजनीति में भी चर्चा का विषय बन गया है।