राहुल की 60 करोड़ की ठगी ने किया बदनाम, जेल से लौटने के बाद प्लास्टिक सर्जरी कराई… पत्नी भी छोड़कर चली गई

अमेठी: बलरामपुर पुलिस द्वारा 60 करोङ साइबर ठगी में गिरफ्तार किया गया राहुल मिश्र कोतवाली क्षेत्र के भरेथा चौबेपुर गाँव का रहने वाला है. ग्रामीणों का कहना है कि दो साल पहले किसी फ्राड के केस में जेल से छूटने के बाद राहुल ने अपनी प्लास्टिक सर्जरी करा ली थी. सर्जरी के बाद उसका चेहरा पहले से बिल्कुल अलग दिखने लगा था. कुछ समय तक तो गाँव वाले उसे पहचान ही नहीं पाए. बाद में धीरे-धीरे लोगों को पता चला कि वही राहुल है.

ग्रामीण बताते हैं कि राहुल शुरू से ही गाँव में कम ही रहता था और किसी से मेलजोल नहीं रखता था. करीब चार माह पहले जब वह गाँव आया तो सुबह-शाम स्कूटी से कहीं निकलता और सीधा घर लौट आता. उस दौरान भी वह किसी से बातचीत नहीं करता था. करीब चार साल पहले राहुल की शादी प्रतापगढ़ (अंतू क्षेत्र) में हुई थी. शादी के बाद उसे एक बेटा भी हुआ. लेकिन कुछ समय बाद ही राहुल एक बड़े फ्रॉड में कही बाहर जेल चला गया. जानकरी मिलने पर इसके बाद उसकी पत्नी बेटे को लेकर मायके चली गई और तब से उसका परिवार बिखर गया. फिलहाल गाँव में राहुल की माँ रेनू और बहन शिल्पा रहती हैं. उसकी अन्य दो बहनें शिवानी व खुशबू की शादी हो चुकी है. जबकि पिता जय प्रकाश लखनऊ में नौकरी करते है वह जल्दी घर नही आते है.

माँ अक्सर पड़ोसियों से झगड़ा करती हैं और छोटी-छोटी बात पर पुलिस बुला लेती हैं

ग्रामीण यहा तक बताते है कि गाव के किसी घर से इनका नेवता तक नही होता न ही यह किसी को अपने दरवाजे से जाने देती है इस परिवार का किसी से मेलजोल नहीं है. माँ अक्सर पड़ोसियों से झगड़ा करती हैं और छोटी-छोटी बात पर पुलिस बुला लेती हैं. यही वजह है कि गाँव में इनसे दूरी बनाई जाती है. पड़ोसियों से कई मुकदमे भी इनके चल रहे है. लोगों का कहना है कि राहुल का स्वभाव शुरू से ही अलग-थलग रहा वह शातिर दिमाग का शुरू से था.

ग्रामीण बताते है कि जेल से लौटने के बाद बदले हुए चेहरे ने उसे और रहस्यमय बना दिया. अब साइबर ठगी के बड़े मामले में उसका नाम सामने आने से गाँव एक बार फिर चर्चा में है और लोग हैरान हैं कि आखिर राहुल ने यह रास्ता क्यों चुना. मंगलवार को दिनभर गाव में यह चर्चा का विषय बना रहा.

Advertisements
Advertisement