करतारपुर कॉरिडोर के पास धूसी बांध टूटा, डेरा बाबा नानक के पास के गांवों-शहरों में घुसा रावी नदी का पानी

पंजाब में कई दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है. यहां भी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. गुरदासपुर ज़िले के सीमावर्ती इलाकों में कल देर रात रावी नदी का बहाव तेज़ हो गया. इससे डेरा बाबा नानक में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर श्री करतारपुर कॉरिडोर दर्शन स्थल धुसी बांध टूट गया. पाकिस्तान के सीमा पर बने करतारपुर कॉरिडोर के पुल के नीचे पानी तेज धारा में बह रहा है. आस-पास के कई गाँवों में भी पानी घुस गया है. धूसी बांध टूटने से पूरी कृषि भूमि भी जलमग्न हो गई है.

डेरा बाबा नानक शहर भी जलमग्न

यहां रात में कई घरों में पानी घुस गया और डेरा बाबा नानक शहर भी जलमग्न हो गया. लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. संगरूर में भारी बारिश से तोलावाल गांव में तबाही का आलम दिखा. कई घरों की छत गिर गई है. पीड़ित लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. बता दें कि पाकिस्तान में भी बाढ़-बारिश से स्थिति दयनीय बनी हुई है. वहां का पानी भारतीय सीमा में भी प्रवेश कर रहा है, जो यहां की स्थिति को और बिगाड़ रहा है. बॉर्डर से सटे गांवों में हालात और भी खराब है. करतारपुर  भी पाकिस्तान सीमा से सटा इलाका है.

पंजाब के कुछ हिस्सों में लगातार भारी बारिश के कारण विभिन्न क्षेत्रों में अचानक बाढ़ आ गई है और सतलुज, ब्यास और रावी नदियां तथा मौसमी छोटी नदियां उफान पर हैं. कई गांव और निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. मंगलवार को कई जिलों में बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चलाया गया, जिसमें विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों और सेना की टीमों ने निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.

गुरदासपुर समेत 7 जिले सबसे ज्यादा प्रभावित

हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में सतलुज, ब्यास और रावी नदियों तथा मौसमी नालों में भारी बारिश के बाद जलस्तर बढ़ने से पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है, जिससे इन नदियों के किनारे बसे बड़े पैमाने पर कृषि भूमि और गांव जलमग्न हो गए हैं. सबसे अधिक प्रभावित गांव पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर और होशियारपुर जिलों में हैं.

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