योगगुरु बाबा रामदेव ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ट्रंप राजनीतिक गुंडागर्दी कर रहे हैं और भारत को इससे डरने की जरूरत नहीं है। बाबा रामदेव के मुताबिक, विदेशी दबाव का मुकाबला करने का सबसे बड़ा उपाय आत्मनिर्भरता है।
रामदेव ने कहा कि अमेरिका अपनी शर्तें भारत पर थोपने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अगर भारत अपने संसाधनों और उत्पादों का अधिकतम इस्तेमाल करे तो किसी भी बाहरी दबाव से निपटना आसान होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि देश को कृषि, आयुर्वेद, योग और घरेलू उद्योगों पर फोकस करना चाहिए, ताकि विदेशी उत्पादों पर निर्भरता कम हो।
योगगुरु ने यह भी कहा कि भारतीय उपभोक्ता अगर देसी सामानों को प्राथमिकता देंगे तो न सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि विदेशी ताकतों को यह संदेश भी जाएगा कि भारत किसी पर आश्रित नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे आज योग और आयुर्वेद पूरी दुनिया में लोकप्रिय हैं, उसी तरह भारत अन्य क्षेत्रों में भी वैश्विक नेतृत्व कर सकता है।
रामदेव ने ट्रंप पर हमला बोलते हुए कहा कि दुनिया को जोड़ने के बजाय वे दीवारें खड़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक नेता से उम्मीद की जाती है कि वह वैश्विक भाईचारे और सहयोग की भावना को आगे बढ़ाए, लेकिन ट्रंप इसके उलट काम कर रहे हैं।
भारतीय व्यापारियों और किसानों के लिए रामदेव ने संदेश दिया कि आत्मनिर्भर भारत ही असली जवाब है। उन्होंने कहा कि देश की ताकत उसके गांवों, खेतों और छोटे उद्योगों में छिपी है। अगर इनको मजबूत किया जाए तो किसी भी तरह का टैरिफ भारत की प्रगति को रोक नहीं पाएगा।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि भारत को अंतरराष्ट्रीय दबावों से निपटने के लिए किस तरह की नीतियों पर काम करना चाहिए। रामदेव का मानना है कि अगर भारत ने आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम उठाए, तो दुनिया की कोई भी ताकत उसे झुका नहीं सकती।