नारायणपुर: नवगछिया क्षेत्र के भ्रमरपुर निवासी भजन सम्राट डा. हिमांशु मोहन मिश्र दीपक श्रीलंका के लिए रवाना हो गए हैं. उन्हें भारत और श्रीलंका की साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा आमंत्रित किया गया है. इस कार्यक्रम का आयोजन अशोक वाटिका में होगा, जहां दीपक जी माता सीता और हनुमान के संवाद को संगीत की शैली में प्रस्तुत करेंगे. कार्यक्रम का मुख्य विषय सुंदरकांड होगा और दीपक जी वहां भजन गायन के माध्यम से रामायण के प्रसंगों को जीवंत करेंगे.इस अवसर पर भारत के 19 विद्वानों के साथ दीपक जी श्रीलंका में व्याख्यान भी देंगे, जिसमें विश्व के जन मानस पर राम के चरित्र के प्रभाव को साझा किया जाएगा. कार्यक्रम का संयोजन प्रो. डॉ. प्रदीप कु. सिंह द्वारा किया जा रहा है. यह सांस्कृतिक कार्यक्रम 27 से 31 अगस्त तक आयोजित होगा.
जगद्गुरु रामानुजाचार्य श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने दीपक जी को इस अवसर पर साधुवाद प्रेषित किया. स्वामी आगमानंद जी ने कहा कि दीपक भैया अंग क्षेत्र के महान विभूति हैं और उन्हें अनेक साधु-संतों, ऋषि-महात्माओं और भजन गायकों का आशीर्वाद प्राप्त है. दीपक ने भारत के अलावे विश्व के कई देशों में अपनी प्रस्तुति देकर भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ाया है.
दीपक को वर्ष 1992 में काशी विद्वत परिषद से ‘भजन सागर’ की उपाधि और 2010 में नई दिल्ली के भृगु संस्थान से ‘भजन सम्राट’ और ‘अंग विभूति’ की उपाधि प्राप्त हुई है. भजन गायन के अलावा दीपक जी वादक के रूप में भी निपुण हैं और श्रीमद्भागवत, श्रीराम, श्रीकृष्ण, मां दुर्गा व शिव की कथाओं का वाचन करते हैं. इसके अलावा, वे भ्रमरपुर के ऐतिहासिक शक्तिपीठ मां दुर्गा मंदिर के प्रमुख भी हैं.दीपक जी का यह सांस्कृतिक योगदान भारतीय परंपरा और भक्ति संगीत को विश्व स्तर पर पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.