बिहार: जेल अधीक्षक को समय पर नहीं पहुँचा पैसा, कैदी डब्लू चौधरी की हत्या — भाकपा माले का आरोप

जमुई: सिमुलतला थाना कांड संख्या 04/25 के टेलवा गाँव निवासी अभियुक्त डब्लू चौधरी की कथित संस्थागत हत्या को लेकर आज भाकपा माले के नेतृत्व में जमुई में पुतला दहन, प्रतिरोध मार्च और सभा आयोजित की गई. सभा की अध्यक्षता पार्टी के जिला सचिव शम्भू शरण सिंह ने की, जबकि संचालन युवा नेता बाबू साहब सिंह ने किया.

सभा को संबोधित करते हुए बाबू साहब सिंह ने कहा कि “डबल इंजन वाली सरकार के शासनकाल में भ्रष्टाचार और अपराध का महाजंगलराज कायम है. हालत यह है कि जेल में बंद कैदी भी सुरक्षित नहीं हैं. भोजन, रहने और अन्य सुविधाओं के नाम पर जेल अधीक्षक व जेलर, अपने प्रभावशाली कैदियों के माध्यम से रंगदारी वसूलते हैं. जो कैदी पैसा नहीं दे पाता, उनके साथ मारपीट और हत्या जैसी घटनाएँ होती हैं.”भाकपा माले नेता कंचन रजक ने कहा कि 18 अगस्त को सिमुरतल्ला पुलिस ने डब्लू चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा. 20 अगस्त को उसने जेल से अपनी माँ को फोन कर कहा था कि “जल्दी दस हजार रुपये भेज दो, नहीं तो जेलर के आदमी मुझे मार देंगे.” परिवार समय पर पूरा पैसा नहीं भेज सका और परिणामस्वरूप उसकी हत्या कर दी गई. इसे आत्महत्या दिखाकर प्रशासन जिम्मेदारी से भाग रहा है.

धरना पर बैठी डब्लू चौधरी की माँ आशा देवी रो-रोकर कह रही थीं – “अगर समय पर पैसा भेज पाते तो मेरा बेटा जिंदा होता. मेरे बेटे की हत्या जेल अधीक्षक और जेलर ने करवाई है. हमें न्याय चाहिए.”वहीं माले नेता मनोज कुमार पांडेय ने माँग की कि जेल अधीक्षक व जेलर को तत्काल बर्खास्त कर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए, पूरे मामले की उच्चस्तरीय न्यायिक जाँच हो, मृतक के आश्रितों को 25 लाख रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी दी जाए, जमुई जेल में कैदियों से बेल-बॉन्ड और मुलाकात के नाम पर वसूली की प्रथा तुरंत बंद की जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो भाकपा माले आंदोलन को और तेज करेगी.इस प्रतिरोध मार्च और सभा में मृतक के पिता महेंद्र चौधरी, माँ आशा देवी, बहनें सावित्री देवी व ममता देवी, भाई बबलू चौधरी, साथ ही बासुदेव राय, जयराम तुरी, मोहम्मद हैदर, किरण गुप्ता, बासुदेव हांसदा, राज किशोर किस्कू, गुलटन पुजहर, संजय वर्णवाल समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे.

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