बिहार: माई बहन योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा, औरंगाबाद के पूर्व सांसद ने मामले का किया उजागर

औरंगाबाद:  बिहार की सत्ता पर काबिज होने के उद्देश्य से महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल ने भारी संख्या में वोटरों को अपने पक्ष में करने के उद्देश्य से मई बहन मान योजना की घोषणा की और इस घोषणा के तहत राज्य की सभी महिलाओं को प्रत्येक माह 2500 रुपए देने का वादा किया.लेकिन वोटरों को बांधे रखने के लिए राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने उसके लिए फॉर्म भी भरवाए जाने लगे ताकि उनका वोट उसके लालच में कही खिसक न जाए. ऐसा ही एक मामला औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड के कारा बाजार में सामने आया है. जहां महिलाओं से ‘माई-बहिन योजना’ के तहत प्रतिमाह 2500 रुपये देने का झांसा देकर फॉर्म भरवाया जा रहा था.

महिलाओं को प्रलोभन दिए जाने की सूचना भारतीय जनता पार्टी के नेता व औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह को लगी. सूचना मिलते ही पूर्व सांसद कारा बाजार पहुंचे और महिलाओं के साथ हो रही धोखाधड़ी से उन्हें अवगत कराया. पूर्व सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. क्या किसी के लिए कोई पैसे मा गए गए या किसी तरह का कोई फार्म भरवाया गया.

महिलाओं को समझाते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि इस माध्यम से आपका बैंक खाता का पूरा डिटेल्स लिया जा रहा है। जिसमें आधार नंबर, बैंक खाता संख्या और आईएफएससी कोड जैसी व्यक्तिगत जानकारी ली जा रही है. इससे बैंक खाते में रहे पैसे के उड़ने का खतरा है. ऐसा मामला सामने आ चुका है और उसकी प्राथमिकी पौथू थाने में दर्ज हुई है.पूर्व सांसद ने बताया कि यह कार्य युवा राजद के जिला उपाध्यक्ष फहीम अंसारी द्वारा किया जा रहा था. उनके द्वारा अपने क्षेत्र के हजारों महिलाओं को बुलाकर यह कहकर फॉर्म भरवाया जा रहा था कि राजद को वोट देने पर ‘माई-बहिन योजना’ के तहत हर महीने 2500 रुपये मिलेंगे. इतना ही नहीं फॉर्म भरने के नाम पर पैसे भी लिए जा रहे थे. पूर्व सांसद ने महिलाओं से अपील की कि किसी के भ्रम जाल में नहीं फंसना है.इस दौरान पूर्व सांसद ने ओबरा थानाध्यक्ष को फोन कर फटकार लगाई और कहा कि महिलाओं के साथ इस तरह के फर्जीवाड़े का खेल आपके इलाके में हो रहा है, लेकिन इसके रोकथाम के लिए आपके तरफ से कोई पहल नहीं की जा रही है. इसे रोकना आपकी  जिम्मेवारी है.

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