मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के नाम से फर्जी कॉल करके रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को धमकाने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने खुद को उपमुख्यमंत्री बताकर बिना टिकट यात्रा कर रहे एक व्यक्ति को छुड़ाने की कोशिश की थी. मामला सामने आने के बाद रेलवे पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ तमाम धाराओं में मामला दर्ज किया.
दरअसल, आरपीएफ के ड्यूटी ऑफिसर सब-इंस्पेक्टर को एक अनजान नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को मध्य प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला बताया और कहा कि उनके एक परिचित रणजीत यादव सूरत स्टेशन पर बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़े गए हैं और उन्हें छोड़ दिया जाए.
पश्चिम रेलवे पुलिस ने बताया कि हमने स्थानीय स्टेशन पर जांच की तो पता चला कि रणजीत यादव नाम का एक व्यक्ति बिना टिकट पकड़ा गया था और उसकी रसीद काटी गई थी. जिसके बाद पुलिस ने उस व्यक्ति को सामने से मिलने बुलाया और जब उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि इसी रणजीत यादव (21 साल) ने मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम का फोटो अपने वॉट्सएप पर लगाकर कॉल किया था.
वह खुद को डिप्टी सीएम का परिचित बताकर फायदा उठाने की कोशिश कर रहा था. उसके फोन की जांच में देश के कई बड़े नेताओं और अधिकारियों के नंबर मिले, जिनमें सीएम, डिप्टी सीएम, मंत्री, एसपी, डीएसपी, पुलिस इंस्पेक्टर और आरपीएफ अधिकारी शामिल थे. इससे साफ हो गया कि आरोपी धोखाधड़ी और छल-कपट के जरिए रेलवे अधिकारियों को प्रभावित करने की योजना बना रहा था.