भरतपुर: रक्तदान को “महादान” कहा जाता है क्योंकि यह जीवन बचाने वाला एक ऐसा परोपकारी कार्य है जो किसी की मदद करने के लिए रक्त का दान करता है, जिससे किसी व्यक्ति का जीवन बचाया जा सके. ऐसे ही स्तन दूध दान भी एक परोपकारी कार्य है. स्तन दूध दान बीमार और समय से पहले जन्मे शिशुओं के लिए जीवन रक्षक होता है. भरतपुर के जनाना अस्पताल के मिल्क बैंक के 9 वे स्थापना दिवस पर स्तन दूध दान देने वाली नौ महिलाओं को सम्मानित किया गया. अब तक इस मिल्क बैंक में 8 हजार 943 महिलाओं ने 9 साल में 20 लाख 67 हजार 280 एम एल स्तन दूध दान किया है.
भरतपुर जनाना अस्पताल में आंचल मदर मिल्क बैंक कि प्रभारी अंजना शर्मा ने बताया कि 1 सितंबर 2016 को इस बैंक की राजस्थान में सबसे पहले स्थापना हुई थी इसका 9वा स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर भरतपुर और डीग जिले की सबसे ज्यादा दूध का दान करने वाली 9 महिलाओं का सम्मान किया गया.इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष शिवानी दायमा रही.
उन्होंने बताया कि सम्मानित होने वाली 9 महिलाओं में डीग निवासी अंजू पत्नी मोहन,कामा निवासी जुनैदा पत्नी बिलाल, भरतपुर के गांव तमरेर निवासी कोमल पत्नी गब्बर,डीग के बहज गांव निवासी आरती पत्नी सचिन, बयाना निवासी मुनेश पत्नी रामराज, भुसावर निवासी मीरा पत्नी संजय,डीग निवासी ललिता पत्नी पिंटू,भरतपुर के नमक कटरा निवासी निशा पत्नी संतोष,शहर के हीरादास निवासी पूजा पत्नी प्रशांत को सम्मानित किया गया.
सबसे ज्यादा स्तन दूध दान करने महिला अंजू पत्नी मोहन ने 16 बार आकर 3695 ML, जुनैदा पत्नी बिलाल ने 11 बार आकर 3040 ML और कोमल पत्नी गब्बर ने 18 बार आकर 2330 ML दूध दान किया है.
उन्होंने बताया कि एक सितंबर से 2016 से 2025 तक 8 हजार 943 महिलाओं ने मिल्क बैंक में16 हजार 847 बार आकर 20 लाख 67 हजार 280 ML दूध दान किया है .उस दान किए गए 65 हजार 934 यूनिट दूध से जनाना अस्पताल में भर्ती नवजात 1 लाख 1 हजार 199 लाभान्वित हुए है.अभी जनाना अस्पताल स्थित मिल्क बैंक में 324 यूनिट स्तन दूध उपलब्ध है..मिल्क बैंक की क्षमता 600 से 700 यूनिट स्तन दूध की है.
स्तन दूध दान दान करने वाली निशा ने बताया कि उनकी बच्ची बीमार बीमार होने पर जनाना अस्पताल में एडमिट कराया था। तो उन्होंने मिल्क बैंक के बारे में सुना तो वह स्तन दूध दान करने लगी.बीमार और समय से पहले जन्मे शिशुओं के लिए हमारा स्तन दूध काम आता है तो अच्छा लगता है.