भोपाल का कुख्यात ‘मछली परिवार’ ड्रग और अपराध की दुनिया में लंबे समय से सक्रिय माना जाता है। इस गैंग के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है, लेकिन अब इस गिरोह का दायरा और चालबाजी का तरीका सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, गैंग सरगना शारिक मछली का एक गुर्गा मिठाई का डिब्बा लेकर दिल्ली पहुंचा और नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (NHRC) के एक मेंबर से मुलाकात की।
सूत्रों के अनुसार, गुर्गे ने मेंबर से कहा कि शारिक मछली पर कार्रवाई से भारी नुकसान हो गया है और उनसे अनुरोध किया कि उसे छोड़ दिया जाए। यही नहीं, उसने इस दौरान अप्रत्यक्ष रूप से रिश्वत देने की कोशिश भी की। बताया जा रहा है कि मिठाई के डिब्बे में मोटी रकम छिपाकर लाने की तैयारी थी, लेकिन यह कोशिश नाकाम हो गई।
NHRC मेंबर ने इस पूरे मामले की तुरंत जानकारी संबंधित सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस को दी। इसके बाद गुर्गे को कड़ी चेतावनी देकर बाहर कर दिया गया। अब दिल्ली और भोपाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर किसके इशारे पर गुर्गा यहां तक पहुंचा और किसने उसे NHRC अधिकारी से संपर्क करने की हिम्मत दी।
गौरतलब है कि भोपाल का मछली परिवार, खासकर शारिक मछली, लंबे समय से पुलिस और जांच एजेंसियों के रडार पर है। इस परिवार पर ड्रग्स की सप्लाई, अवैध वसूली और कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं। हाल ही में इस गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद इनके नेटवर्क को तगड़ा झटका लगा है।
इस घटनाक्रम ने न सिर्फ पुलिस बल्कि सुरक्षा एजेंसियों की भी चिंता बढ़ा दी है। कानून विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कोई अपराधी गिरोह सीधे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के मेंबर तक पहुंचने की कोशिश कर सकता है, तो यह उसके नेटवर्क और साहस का बड़ा संकेत है।
फिलहाल, एजेंसियां इस घटना को गंभीरता से ले रही हैं और यह जांच भी शुरू हो चुकी है कि शारिक मछली का यह गुर्गा दिल्ली कैसे पहुंचा और किन लोगों से उसका संपर्क था। इस मामले के खुलासे के बाद भोपाल के मछली परिवार पर शिकंजा और कस सकता है।