जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि 12% और 28% वाले जीएसटी स्लैब को खत्म करने का निर्णय ऐतिहासिक है और इससे सीधे तौर पर आम जनता को राहत मिलेगी। मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार जताते हुए इसे 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
मांझी ने कहा कि इस फैसले से घर-गृहस्थी चलाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत जरूरतों पर खर्च कम होगा और महिलाओं का घरेलू बजट सुधरेगा। उन्होंने कहा कि बीमा क्षेत्र में स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर जीएसटी दर को शून्य कर दिया जाना एक सराहनीय और ऐतिहासिक कदम है, जिससे करोड़ों लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री ने बिहार के वित्त मंत्री और जीएसटी दरों में रियायत पर गठित मंत्री समूह की समिति के अध्यक्ष सम्राट चौधरी को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी की अध्यक्षता वाली कमेटी की रिपोर्ट को सर्वसम्मति से स्वीकार किया जाना इस बात का संकेत है कि बिहार देश के आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभा रहा है।
जीतन राम मांझी ने कहा कि टैक्स स्लैब में बदलाव से टैक्स सिस्टम अधिक पारदर्शी और सरल बनेगा। इस निर्णय से आम आदमी के रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली वस्तुएं सस्ती होंगी और जनता पर महंगाई का बोझ कम होगा।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार का यह कदम केवल आर्थिक राहत देने वाला नहीं बल्कि सामाजिक और मानवीय दृष्टिकोण से भी बेहद अहम है। प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए इस तरह के फैसले भविष्य में भी कारगर साबित होंगे।
मांझी ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि जीएसटी सुधार का यह कदम भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और जनता को राहत देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।