डीडवाना-कुचामन: जिला पुलिस ने साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार आरोपी महेन्द्र और अनिल लोगों को झांसा देकर उनके बैंक खाते और एटीएम कार्ड अपने कब्जे में लेकर साइबर धोखाधड़ी की रकम निकालते थे. आमजन को प्रलोभन देकर आरोपी बैंक खाते किराये पर ले लेते और उनमें साइबर फ्रॉड से आई रकम को डलवाकर एटीएम, पीओएस मशीन और ई-मित्र के जरिए नकद करवा लेते थे.
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर (आई.पी.एस.) के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुचामनसिटी नेमीचन्द खारिया (आरपीएस) और वृताधिकारी कुचामन सिटी अरविन्द विश्नोई (आरपीएस) के सुपरविजन में हुई. थानाधिकारी सतपाल सिंह, पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में गठित टीम ने 3 सितम्बर 2025 को आसूचना के आधार पर संदिग्ध महेन्द्र और अनिल को चेक किया. पूछताछ में दोनों की साइबर फ्रोड में संलिप्तता सामने आने पर उन्हें गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान महेन्द्र पुत्र परमा राम, जाति जाट, उम्र 21 वर्ष, निवासी बड्डु, थाना बडू और अनिल पुत्र नंदु राम, जाति जाट, उम्र 20 वर्ष, निवासी हुकमपुरा, थाना बडू, जिला डीडवाना-कुचामन के रूप में हुई है.
इस कार्रवाई में पुलिस टीम का अहम योगदान रहा। टीम में हैड कांस्टेबल गजेन्द्र सिंह (थाना कुचामन), हैड कांस्टेबल प्रेमप्रकाश (प्रभारी साइबर सेल, पुलिस अधीक्षक कार्यालय), कांस्टेबल राजकुमार (थाना कुचामन), कांस्टेबल छोटूराम (थाना कुचामन), कांस्टेबल बजरंग सिंह (थाना कुचामन), कांस्टेबल लाल सिंह (थाना कुचामन) और कांस्टेबल आत्माराम (साइबर सेल डीडवाना) शामिल रहे.
पुलिस ने स्पष्ट किया कि साइबर अपराधियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत लगातार अभियान चलाया जाएगा और ऐसे अपराधों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.