झारखंड के धनबाद में शुक्रवार को हुए खदान हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया. बाघमारा बीसीसीएल एरिया-4 अंतर्गत अंगारपथरा ओपी क्षेत्र में संचालित आउटसोर्सिंग कंपनी की ओपन कास्ट परियोजना में ओबी स्लाइड हो जाने से मजदूरों से भरी सर्विस वैन करीब 400 फीट गहरी खाई में जा गिरी. वाहन में आठ मजदूर सवार थे. खदान में पानी भरा होने के कारण मजदूरों के उसमें फंसने और डूबने की आशंका जताई जा रही है.
कोयला खदान हादसे में 6 मजदूरों की मौत
सूचना मिलते ही बीसीसीएल प्रबंधन, रेस्क्यू टीम और धनबाद पुलिस मौके पर पहुंची. सुरक्षा विभाग की टीम ने रस्सियों की मदद से खाई में उतरकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. जेसीबी मशीनों से रास्ता बनाने का काम भी जारी है, ताकि बड़ी संख्या में रेस्क्यू दल मौके तक पहुंच सके. घटना स्थल पर मौजूद बीसीसीएल अधिकारियों ने बताया कि कुछ मजदूरों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया है, वहीं आधा दर्जन मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि खदान प्रबंधन ने डीजीएमएस के नियमों की अनदेखी की थी. जिस तरह से ट्रेंच कटिंग कराई जानी चाहिए थी, वैसा नहीं किया गया. यही लापरवाही इस भीषण हादसे का कारण बनी. इतना ही नहीं, हादसे के दौरान पास की बस्ती में भी भू-धंसान हुआ, जिससे कई घर जमींदोज हो गए. इससे गुस्साए ग्रामीणों ने प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश जताया है.
धनबाद सांसद ढुल्लू महतो ने भी घटना स्थल का दौरा किया. उन्होंने कहा कि यह हादसा बीसीसीएल प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा है और इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. सांसद ने बताया कि अब तक छह मजदूरों की मौत की पुष्टि हुई है.