तिहाड़ जेल में बंद सांसद इंजीनियर राशिद से किन्नरों ने की मारपीट, पार्टी बोली- हत्या की साजिश 

जम्मू-कश्मीर के बारामूला से सांसद और अवामी इत्तिहाद पार्टी (AIP) के प्रमुख इंजीनियर राशिद इस समय तिहाड़ जेल नंबर-3 में बंद हैं. करीब 7-8 दिन पहले उनका जेल नंबर-3 में बंद किन्नर कैदियों से विवाद हो गया था. इसके बाद किन्नरों ने राशिद के साथ मारपीट की थी. बताया जा रहा है कि इस झगड़े में राशिद को मामूली चोटें आई थीं. तिहाड़ जेल के अंदर किन्नर कैदियों को जेल नंबर-3 में ही रखा जाता है. फिलहाल इस बैरक में सिर्फ 3 किन्नर कैदी ही बंद हैं.

जेल सूत्रों ने साफ किया है कि इंजीनियर राशिद की हत्या की कोई योजना नहीं बनाई गई थी, इस तरह की खबरें पूरी तरह बेबुनियाद हैं. बता दें कि अवामी इत्तिहाद पार्टी (AIP) ने इस घटना को हत्या की साज़िश करार देते हुए जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

AIP के अनुसार हाल ही में हुई कानूनी मुलाक़ात में इंजीनियर राशिद ने अपने वकील एडवोकेट जावेद हबीब को बताया कि तिहाड़ जेल अधिकारियों द्वारा कश्मीरी कैदियों को प्रताड़ित करने के लिए जानबूझकर उनकी बैरक में किन्नरों को रखा जा रहा है, जिन्हें कश्मीरी कैदियों पर हमले और उकसावे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

एडवोकेट हुब्बी ने बताया कि इंजीनियर राशिद ने खुलासा किया है कि तिहाड़ जेल अधिकारी कश्मीरी कैदियों को परेशान करने के लिए नई चालें चलते हैं. उनके मुताबिक, बैरक में जानबूझकर पुरुष किन्नर कैदियों को रखा जाता है, ताकि माहौल खराब किया जा सके और झगड़े हों. हुब्बी ने कहा कि एक बार किन्नर कैदियों ने राशिद को धक्का देकर उन पर गेट गिराने की कोशिश की, जिससे वे बाल-बाल बचे. उन्होंने इसे जानबूझकर की गई जानलेवा साज़िश बताया.

इंजीनियर राशिद के मुताबिक तिहाड़ जेल में पुरुष किन्नर कैदियों ने पहले बीरवाह के अयूब पठान, कमरवारी के बिलाल मीर और श्रीनगर के अमीर गोजरी पर हमला किया, वहीं कुपवाड़ा के अर्शीद तंच का भी अपमान किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीरी कैदी धैर्य रखते हैं, लेकिन जैसे ही वे नमाज़ पढ़ना शुरू करते हैं, उन्हें जानबूझकर उकसाया और परेशान किया जाता है.

इंजीनियर राशिद ने खुलासा किया कि तिहाड़ जेल में जिन पुरुष किन्नरों को कश्मीरी कैदियों के साथ रखा गया है, वे HIV पॉजिटिव हैं. उनका आरोप है कि ये सब जानबूझकर किया गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि जेल के कुख्यात गैंगस्टर भी पिछले तीन महीनों से कश्मीरी कैदियों को निशाना बनाने की इस साज़िश में शामिल हैं और लगातार इसका समर्थन कर रहे हैं.

एआईपी ने गहरी चिंता जताते हुए कहा कि तिहाड़ जेल की स्थिति बेहद गंभीर है. पार्टी ने मांग की है कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए, जेल अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाए और इंजीनियर राशिद समेत सभी कश्मीरी कैदियों की सुरक्षा और सम्मान की तुरंत गारंटी दी जाए.

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