रायपुर के लाखे नगर में स्थापित भगवान गणेश की AI प्रतिमा को लेकर हुए विवाद के 24 घंटे बाद दोबारा श्रद्धालुओं के लिए पंडाल खोल दिया गया। दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद रहा। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे।
दरअसल, गणेश में पंडाल में आइटम सॉन्ग बजाने पर विवाद हुआ था। सिंधी युवा एकता गणेश उत्सव समिति के पंडाल के पास राम भक्त सेना और हिंदू संगठन के लोगों ने प्रदर्शन किया था। संगठन ने कहना था कि जब तक प्रतिमा को विसर्जित नहीं करेंगे, हम प्रदर्शन करते रहेंगे।
लाखे नगर में सड़क को जाम कर दिया गया। दोनों ओर गाड़ियों की कतार लग गई। बवाल के बीच 12 थानों के थानेदार मौके पर मौजूद रहे। साथ ही बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस और प्रशासन के समझाने पर मूर्ति को पर्दे से कवर किया गया था। इस दौरान भीड़ को खदेड़ने हल्का बल प्रयोग किया गया। 4 घंटे तक हंगामे के बाद हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन खत्म किया।
हिंदू संगठनों का आरोप है कि पंडाल में देर रात फिल्मी और अशोभनीय गाने बजाए गए। शिकायत के बाद आजाद चौक पुलिस ने लाखे नगर गणेश समिति के सदस्यों के खिलाफ FIR दर्ज की है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि समिति को पहले भी प्रतिमा के मूल स्वरूप में स्थापना करने के लिए कहा गया था, लेकिन भगवान के स्वरूप के साथ छेड़छाड़ की गई।