उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती में करोड़ों से बनाई गई सड़क 10 दिन भी नहीं चली. इसकी गिट्टियां लोगों के हाथ से उखड़ रही हैं. इससे लोगों में आक्रोश है. ग्रामीणों ने डीएम से जांच करके ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की है.
आपको बता दें सड़कों के निर्माण में भ्रष्टाचार का उदाहरण गिलौला विकासखंड क्षेत्र में देखने को मिला. यहां 10 दिन पहले बनी सड़क की गिट्टियां हाथ रगड़ने मात्र से उखड़ने लगीं. ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार ने डस्ट के बजाय धूल व रेत डालकर सड़क का निर्माण किया है. डामर भी मानक से काफी कम डाला गया है. इस कारण सड़क 10 दिन भी नहीं टिक सकी.
दरअसल, गिलौला-धनुही मार्ग स्थित कोट मुबारकपुर चौराहे से खड़खड़ापुरवा तक मार्ग बेहद जर्जर था. राहगीरों का चलना दूभर हो रहा था. ग्रामीण लगातार मार्ग निर्माण की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों की मांग पर शासन की ओर से करोड़ों का बजट स्वीकृत हुआ. गन्ना मंडी समिति को मार्ग निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई. लेकिन, समिति द्वारा चयनित ठेकेदार ने सड़क निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया.
ग्रामीण विनय कुमार पांडेय, शिवनाथ, आत्माराम, दद्दू, प्रेमलाल, सरजू प्रसाद, नंद कुमार आदि ने आरोप लगाते हुए कहा कि ठेकेदार ने बड़ी-बड़ी गिट्टियों को तोड़वाकर सीधे खस्ताहाल सड़क पर डलवा दिया. ऊपर से डस्ट डालने के बजाय धूल व रेत का प्रयोग किया। हम लोगों ने इसका विरोध किया तो आनन-फानन डामर डालकर लेपन कर दिया.
वहीं, डामर के लेपन में भी मानक को दरकिनार कर दिया गया. इससे निर्माण के तुरंत बाद से ही गिट्टियां उखड़ने लगीं. आलम यह है कि छोटे-छोटे बच्चों के हाथ रगड़ने से बजरी निकल रही हैं. ग्रामीणों ने बताया कि डीएम से सड़क की जांच करवाने व संबंधित ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है.