मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को मऊगंज जिले के पहले प्रवास पर बहुती जलप्रपात पहुँचे. इस अवसर पर उन्होंने व्यू-प्वाइंट से गिरती हुई दूधिया जलधारा और उसके साथ बनते इंद्रधनुषी नज़ारे का अवलोकन किया. मुख्यमंत्री ने यहाँ गौपूजा भी की.
कार्यक्रम स्थल पर रकरी गांव के गौसेवक सौखीलाल यादव, जो अपनी आवाज़ से जंगल में विचरण करती गौमाताओं को बुलाने की अनोखी कला के लिए प्रसिद्ध हैं, ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की। वहीं, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम की दीदियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए स्मृति-चिह्न भेंट किया.
कलेक्टर संजय जैन ने जानकारी दी कि बहुती जलप्रपात को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 10 करोड़ रुपये की कार्ययोजना प्रस्तावित है। इसके साथ ही अपस्ट्रीम में स्टॉप-डैम निर्माण की योजना है, जिससे पूरे वर्ष जलप्रवाह बना रहेगा और यह स्थल और भी आकर्षक रूप लेगा.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस मौके पर मऊगंज जिले में ₹241.33 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण भी किया. इनमें सड़क निर्माण, भवन, पुलिस आवास, स्टेडियम, पशुपालन विभाग कार्यालय और पॉलीक्लीनिक जैसी परियोजनाएँ शामिल हैं.
गौरतलब है कि बहुती जलप्रपात प्रदेश का सबसे ऊँचा झरना है, जहाँ से सेलर नदी लगभग 650 फीट की ऊँचाई से गिरती है. पहले यह स्थान ‘सुसाइड प्वाइंट’ के नाम से कुख्यात था, लेकिन अब प्रशासन ने सुरक्षा और सौंदर्यीकरण के विशेष इंतजाम किए हैं. यहाँ मजबूत रेलिंग, जालियाँ, पार्कनुमा सेटअप, पुलिस चौकी और रेस्टोरेंट की व्यवस्था की जा रही है, जिससे यह जगह एक सुरक्षित और आकर्षक पर्यटन स्थल में तब्दील हो सके.