कोटा रोड में मवेशी को बचाने के चक्कर में गंभीर रूप से घायल शिक्षक की अपोलो अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। इसकी सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मुंगेली जिले के लोरमी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम घुठेली में रहने वाले रमेश तिवारी (67) सेवानिवृत्त थे। गुरुवार चार सितंबर को वे अपने भाई बिलासपुर में पदस्थ सीएमएचओ प्रमोद तिवारी के घर आयोजित पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आ रहे थे। कार रमेश तिवारी चला रहे थे। उनकी कार भरनी स्थित सीआरपीएफ कैंप के पास पहुंची थी। तभी सड़क पर बैठे मवेशियों को बचाने के चक्कर में उनकी कार सड़क से उतरकर पेड़ से जा टकराई।
हादसे में कार के फ्रंट सीट पर बैठीं विद्या तिवारी के सिर में गंभीर चोटें आई। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, कार चला रहे रमेश तिवारी उनकी बहू मंजुला तिवारी, पोता सौम्या तिवारी को गंभीर चोटें आई। किसी ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस की टीम ने घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा। घायल रमेश तिवारी और उनके परिवार के लोगों को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान घायल शिक्षक ने दम तोड़ दिया।
हादसे के बाद तमाशा देखते रहे लोग
गुरुवार की दोपहर पूरा परिवार कार से बिलासपुर आ रहे थे। इसी बीच सड़क पर मवेशियों के बैठे होने से वह इससे बचने कार को नीचे उतारा, लेकिन रफ्तार इतनी तेज थी कि कार पेड़ से जा टकराई। हादसे के बाद घायल सड़क पर बैठकर मदद की पुकार लगा रहे थे, लेकिन सभी वीडियो बनाने में व्यस्त थे। पुलिस को सूचना मिलने पर घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।