अमेठी: हादसे के बाद इंसानियत हुई शर्मसार, मजदूर का शव परिजनों को बताए बिना सड़क पर छोड़ा

अमेठी: जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां ट्रैक्टर से गिरकर घायल हुए एक मजदूर की मौत के बाद शव को परिजनों को सूचना दिए बिना सड़क किनारे फेंक दिया गया. पुलिस ने मामले की जांच के बाद चार लोगों को नामजद करते हुए बीएनएस की धाराओं के साथ एससी/एसटी एक्ट भी बढ़ा दिया है.

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घटना 4 सितंबर की है. ग्राम अग्रेसर पंवारिया निवासी रामबहाल (45) पुत्र रामसुख गांव के ही त्रिलोकी नाथ मिश्रा की ढलाई मशीन पर मजदूरी करने गए थे. काम से लौटते समय ट्रैक्टर चालक की लापरवाही से वे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए. सुल्तानपुर ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई.

आरोप है कि मृतक के परिजनों को सूचना देने की बजाय ट्रैक्टर मालिक त्रिलोकी नाथ मिश्रा ने अपने लेबर नन्हेलाल, जय प्रकाश और सुरजीत के साथ मिलकर शव को मोटरसाइकिल से गांव के बाहर सड़क किनारे फेंक दिया. शव के पास मृतक की साइकिल और चप्पल रख दी गईं और सभी वहां से भाग गए.

रामगंज थाना प्रभारी कृष्ण मोहन सिंह ने सोमवार को बताया कि सीसीटीवी फुटेज और गवाहों से आरोप पुख्ता पाए गए हैं. जिसके आधार पर मुकदमा धारा 281/106/238 बीएनएस और धारा 3(2)क एससी/एसटी एक्ट में दर्ज किया गया है. नामजद आरोपियों में त्रिलोकी नाथ मिश्रा (ग्राम अग्रेसर), नन्हेलाल पुत्र बृजलाल (ग्राम साँगापुर), जय प्रकाश पुत्र रोघई (ग्राम रायपुर) और सुरजीत पुत्र पूर्णवासी (ग्राम खरगीपुर) शामिल हैं.

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