छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ सभा की। प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं को एकजुटता प्रदर्शित करने की नसीहत दी। बावजूद इसके छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट की मौजूदगी में गुटबाजी हावी नजर आई।
इस बार कार्यकर्ताओं और समर्थकों की नहीं, बल्कि बड़े नेताओं ने इशारों-इशारों में शब्दों के ऐसे तीर चलाए, जिसमें उनके मन की पीड़ा और अंतर्कलह साफ नजर आई। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने टीएस सिंहदेव पर निशाना साधते हुए कहा कि, अब मत बोलना कि हमारी सरकार ने काम नहीं किया इसलिए हम हार गए। प्रदेश में वोट चोरी के कारण कांग्रेस की सरकार नहीं बनी है।
वहीं, पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत को लेकर कहा कि, हमारे कार्यकर्ता किसी नेता के चमचे नहीं हैं। हमें अपने लोगों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा, सचिन पायलट के पहुंचते ही पूर्व मंत्री अमरजीत से माइक छीन लिया गया।
मोदी सरकार और चुनाव आयोग को किया टारगेट
दरअसल, कांग्रेस देश भर में राष्ट्र व्यापी आंदोलन वोट चोर-गद्दी छोड़ अभियान चला रही है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भी मंगलवार को बड़ी सभा में राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट को बुलाया गया। जनसभा के लिए प्रदेश और जिला स्तरीय बैठक लेकर प्रदेश भर के नेताओं को एकजुटता प्रदर्शित करने के साथ ही संभाग से कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य केंद्र की मोदी सरकार और चुनाव आयोग को टारगेट करना था। आयोग जैसे संवैधानिक संस्था के खिलाफ छोटे से लेकर बड़े नेताओं ने मुखर होकर विरोध किया। साथ ही आयोग से मिलीभगत कर भाजपा पर वोट चोरी कर चुनाव में जीत हासिल करने जैसे आरोप लगाए गए।
कांग्रेस का मकसद लोगों को जागरूक करना और सरकार के खिलाफ माहौल बनाने का था। कांग्रेस नेता अपने इस अभियान में कहां तक सफल हुए यह तो आने वाले चुनाव के नतीजों पर दिखेगा। लेकिन, जनसभा के मंच पर नेताओं की गुटबाजी साफ दिखी।
पूर्व मंत्री डहरिया बोले- हमारे कार्यकर्ता कोई चमचा नहीं
पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया ने इशारों-इशारों में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरणदास महंत को घेर लिया। उन्होंने मंच से कहा कि हमारे कार्यकर्ता कोई चमचा नहीं है। किसी नेता के चमचे नहीं हैं।
सब कांग्रेस पार्टी के चमचे हैं। हमें अपने लोगों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। हम सबको मिलकर पार्टी का काम करना होगा।
अब जानिए महंत का चमचे वाला क्या बयान था ?
3 सितंबर को वोट चोर-गद्दी छोड़ जनसभा की तैयारी को लेकर रायपुर के राजीव भवन में बैठक चल रही थी। इसमें महंत ने जिला अध्यक्षों से कहा कि, मैंने समझाइश में जरूर बोला है कि बातें बाहर जा रही हैं।
इस तरह की बयानबाजी हमारी नहीं चमचों की गलती है। चमचे किसी को मुख्यमंत्री तो किसी को प्रदेश अध्यक्ष बनाते हैं। सभी जिलाध्यक्ष और नेता अपने-अपने चमचों को संभालकर रखें।
भूपेश ने नेताओं से कहा- मत बोलना काम नहीं किया
छत्तीसगढ़ प्रभारी पायलट की मौजूदगी में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार पर कहा कि, विधानसभा चुनाव के दौरान मौजूदा हालात पक्ष में थी। हर कोई कहते थे कि कांग्रेस की सरकार आएगी।
भाजपा के लोग भी अपनी सीट को लेकर असमंजस में थे। उन्होंने महाराष्ट्र की तरह छत्तीसगढ़ में भी भाजपा पर वोट चोरी कर जीत हासिल करने के आरोप लगाए।
पूर्व सीएम बघेल ने डिप्टी सीएम के बयान पर कटाक्ष कर कहा कि, मैं मंच पर बैठे नेताओं से कहना चाहता हूं कि अब मत बोलना कि हमारी सरकार ने काम नहीं किया इसलिए हम हार गए। प्रदेश में वोट चोरी के कारण कांग्रेस की सरकार नहीं बनी है।
टीएस सिंहदेव ने कहा था वादा पूरा नहीं किए इसलिए हारे
प्रदेश भर में स्वास्थ्य विभाग के NHM कर्मचारी हड़ताल पर हैं। एक सितंबर को टीएस सिंहदेव महासमुंद दौरे पर थे। उन्होंने हड़ताली NHM कर्मचारियों से मुलाकात की थी।
उनकी सभा में पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा था कि, कर्मचारियों से किए नियमितीकरण के वादे हमने पूरे नहीं किए, इसलिए मुझे और कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनाव में बड़ी हार मिली है।
पायलट के पहुंचते ही पूर्व मंत्री से छीना माइक
इस कार्यक्रम में सचिन पायलट और प्रदेश के शीर्ष कांग्रेस नेताओं के पहुंचने से पहले मंच पर मौजूद नेता भाषण दे रहे थे। जब आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत बोल रहे थे। तभी सचिन पायलट के साथ नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सहित अन्य नेता पहुंचे।
इतने में मंच संचालन कर रहे सुबोध हरितवाल ने उन्हें अपनी बात खत्म करने के लिए इशारा किया। वो अपना भाषण पूरा कर रहे थे, तभी प्रदेश सहप्रभारी विजय जांगिड़ ने माइक छीन लिया। अब मंच पर उनके माइक छीनने का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे उनका अपमान बताया जा रहा है।
वहीं कांग्रेस नेताओं का विवाद सार्वजनिक होने पर बीजेपी प्रवक्ताओं ने अब तंज कसा है। बीजेपी नेता ने कहा, कि कांग्रेस की ये सभा थी या जंग का मैदान। कांग्रेस के नेता अब खुले मंच से ही एक-दूसरे को नीचा दिखा रहे हैं। इससे साफ है कि पार्टी अंदर से टूट चुकी है।”
अब पढ़े बीजेपी प्रवक्ता ने क्या कहा
बीजेपी प्रवक्ता अमित चिमनानी ने कांग्रेस की सभा पर तंज कसते हुए कहा, कि कांग्रेस के नेता प्रदर्शन करने गए थे, लेकिन अपनी फजीहत करवा आए। दिग्गज आदिवासी नेता पूर्व मंत्री अमरजीत भगत से माइक छीन लिया गया।