गोरखनाथ मंदिर में CM योगी का पशु प्रेम फिर दिखा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम किसी से छिपा नहीं है। बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में एक बार फिर इसका नजारा देखने को मिला। प्रातःकाल मंदिर परिसर भ्रमण के दौरान सीएम योगी ने गोशाला में जाकर गोसेवा की। उन्होंने वहां मौजूद गोवंश को अपने हाथों से गुड़ खिलाया और गोशाला की देखभाल के लिए कार्यकर्ताओं को जरूरी निर्देश दिए।

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गोरखनाथ मंदिर में प्रवास के दौरान गोसेवा सीएम योगी की दिनचर्या का हिस्सा रही है। इस बार भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया। खास बात यह रही कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा। इनका नामकरण स्वयं मुख्यमंत्री ने किया है। योगी आदित्यनाथ ने उन्हें गुड़ खिलाया और स्नेह जताया।

गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के स्नेह से गोवंश भाव-विह्वल दिख रहे थे। गोशाला में एक मोर भी है जिसका नाम पुंज रखा गया है। पिछले कई महीनों से जब भी सीएम योगी गोशाला में आते हैं, तो यह मोर उनके पास चला आता है। बुधवार को भी पुंज उनके पास पहुंचा और मुख्यमंत्री ने उसे भी अपने हाथों से गुड़ खिलाया।

सीएम योगी का यह पशु-पक्षियों के प्रति लगाव हमेशा से मंदिर परिसर में चर्चा का विषय रहा है। वह केवल दुलार और सेवा तक सीमित नहीं रहते, बल्कि गोशाला और अन्य जीव-जंतुओं की देखभाल के लिए समय-समय पर आवश्यक निर्देश भी देते हैं। उनके इस भाव से पशु-पक्षियों के प्रति करुणा और स्नेह का संदेश समाज तक पहुंचता है।

योगी आदित्यनाथ का मानना है कि गोसेवा और पशु संरक्षण भारतीय संस्कृति और परंपरा का अहम हिस्सा है। गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में उनका यह नियमित जुड़ाव न केवल उनकी व्यक्तिगत आस्था को दर्शाता है बल्कि समाज को भी पशु कल्याण का संदेश देता है।

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