दुर्ग जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। इसी बीच मंगलवार शाम कोसा नाला में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां मछली पकड़ने गए दो युवक पानी के तेज बहाव में बहकर लापता हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन युवकों का कोई पता नहीं चल सका। बुधवार सुबह से दोबारा रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया है।
घटना के अनुसार, तीन युवक नाले के किनारे मछली पकड़ने के लिए जाल बिछा रहे थे। तभी अचानक एक युवक का पैर फिसल गया और वह नाले की तेज धारा में गिर पड़ा। उसे बचाने के लिए दूसरे युवक ने भी छलांग लगा दी, लेकिन दोनों ही पानी की रफ्तार में बह गए और देखते ही देखते लापता हो गए। तीसरे साथी ने तत्काल परिजनों और पुलिस को सूचना दी। देर रात लगभग 1 बजे परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और एसडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा गया।
एसडीआरएफ कमांडेंट नागेंद्र सिंह ने बताया कि नाले का पानी बेहद गंदा और तेज बहाव वाला है, जिसके कारण तलाशी अभियान में कठिनाई आ रही है। टीम लगातार गोताखोरों की मदद से दोनों युवकों की तलाश कर रही है। वहीं, लगातार बारिश के चलते नाले का जलस्तर और बढ़ गया है, जिससे बचाव कार्य और चुनौतीपूर्ण हो गया है।
प्रशासन ने आसपास के ग्रामीणों को सतर्क रहने और नाले के किनारे जाने से परहेज करने की अपील की है। ग्रामीणों को चेताया गया है कि बरसात के मौसम में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सावधानी जरूरी है।
गौरतलब है कि जिले में पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं। हाल ही में पतोरा गांव में सीएसवीटीयू के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. भास्कर चंद्राकर तालाब में डूब गए थे। इसी तरह भिलाई 3 के औरी गांव में 56 वर्षीय भगवती ठाकुर की भी डूबने से मौत हो गई थी, जब वे किसी को बचाने के लिए पानी में उतरे थे। इन घटनाओं ने एक बार फिर जलस्तर बढ़ने के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत को उजागर किया है।