बिहार : बिहार सरकार का राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग राज्य के पुराने अभिलेखों के संरक्षण और प्रामाणिक अनुवाद के लिए कैथी लिपि विशेषज्ञों की तलाश कर रहा है. इसके लिए विभाग ने बुधवार को नोटिस जारी कर योग्य विशेषज्ञों से बायोडाटा/सीवी आमंत्रित किए हैं. विभाग की ओर से बताया गया है कि बिहार के खतियान (Record of Rights), पंजीकृत विलेख, मुकदमा अभिलेख और अन्य ऐतिहासिक दस्तावेजों का पठन, अनुवाद और सत्यापन किया जाएगा. इस पहल का उद्देश्य राज्य के नागरिकों को उनके ऐतिहासिक अधिकारों को समझने और सुरक्षित करने में मदद करना है.
इस काम के लिए इतिहासकार, पांडुलिपि विशेषज्ञ, भाषा एवं लिपि शोधकर्ता, विश्वविद्यालय या महाविद्यालय के शोधार्थी, कैथी अनुवाद में दक्ष पूर्व कर्मी और ऐसे स्थानीय विद्वान आवेदन कर सकते हैं, जो कैथी लिपि पढ़ने-लिखने में निपुण हों.
आवेदकों को अपने सीवी में नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल, शैक्षणिक योग्यता, शोध एवं कार्य अनुभव, विशेषज्ञता का क्षेत्र, कार्य क्षेत्र (मगध, मिथिला, पटना, तिरहुत आदि), कैथी लिपि से जुड़े कार्य या नमूना अनुवाद/प्रकाशन तथा उपलब्धता (पार्ट-टाइम, फुल-टाइम या प्रोजेक्ट आधारित) का विवरण देना होगा.आवेदन ईमेल revenue-bih@gov.in, व्हाट्सएप नंबर +91-8210277377 या ऑनलाइन फॉर्म https://tinyurl.com/kaithiexpert के माध्यम से भेजे जा सकते हैं. आवेदन की अंतिम तिथि 19 सितंबर 2025 निर्धारित की गई है.
चयन प्रक्रिया तीन चरणों में होगी – शॉर्टलिस्टिंग, व्यावहारिक परीक्षण और साक्षात्कार. चयनित विशेषज्ञों को विभागीय अनुसंधान, डिजिटाइजेशन और अनुवाद परियोजनाओं में मानदेय आधारित कार्य का अवसर मिलेगा. विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह कोई नियमित नियुक्ति नहीं होगी बल्कि मानदेय आधारित संलग्नता होगी। भुगतान एवं अन्य नियम विभागीय प्रावधानों के अनुरूप तय होंगे. केवल चयनित आवेदकों से ही संपर्क किया जाएगा और विभाग का निर्णय अंतिम माना जाएगा.