छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में गांजा तस्करी पर कड़ा प्रहार किया गया है। पुलिस और संबंधित विभागों ने जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 25 प्रकरणों में जब्त किए गए कुल 503 किलो से अधिक गांजा और गांजे के पौधों को नष्ट किया। इस कार्यवाही का उद्देश्य गांजा तस्करी को रोकना और राज्य में नशे के कारोबार पर नियंत्रण रखना बताया गया है।
जब्त किए गए गांजे को एमएसपी फैक्ट्री की भट्ठी में जलाया गया। अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई से न केवल तस्करों को संदेश गया कि राज्य में नशे की तस्करी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, बल्कि आम जनता के बीच भी नशे के खतरों के प्रति जागरूकता फैलाने का काम हुआ। अधिकारियों ने कहा कि गांजे की तस्करी के खिलाफ यह एक नियमित कार्रवाई है और समय-समय पर ऐसे अभियान चलाए जाते रहेंगे।
पुलिस ने बताया कि जिले में गांजा तस्करी की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी, और इस कारण से अलग-अलग क्षेत्रों में छापेमारी कर तस्करों को पकड़ने का काम किया गया। इन 25 प्रकरणों में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था और जब्त गांजा को सुरक्षा और विधिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए नष्ट किया गया।
एमएसपी फैक्ट्री की भट्ठी में जब्त गांजे को जलाने के दौरान अधिकारियों ने पूरी सुरक्षा का ध्यान रखा। यह कार्रवाई सीसीटीवी और अन्य निगरानी उपायों के तहत की गई, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। पुलिस ने आम लोगों से भी अपील की कि वे नशे के कारोबार और गांजा तस्करी जैसी गतिविधियों की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी कार्रवाई न केवल तस्करों के लिए चेतावनी है, बल्कि यह नशे के दुष्प्रभावों को समाज से दूर करने का भी प्रयास है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि जिले में समय-समय पर और अभियान चलाए जाएंगे, ताकि नशे के कारोबार में शामिल लोगों को पकड़ने और कानून के दायरे में लाने में मदद मिल सके।
इस कार्रवाई से रायगढ़ जिले में नशे के कारोबार पर प्रभाव पड़ा है और अधिकारियों ने जनता से सहयोग की अपील की है, ताकि भविष्य में नशे की तस्करी पर पूरी तरह नियंत्रण रखा जा सके।