आतंकियों को पनाह देने वाले देश से हमें कुछ सीखने की जरूरत नहीं’, UNHRC में पाकिस्तान को भारत की दो टूक 

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में भारत ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है. भारत ने साफ कहा कि उसे ऐसे देश से सबक लेने की कोई जरूरत नहीं, जो खुद आतंकियों को पनाह और फंडिंग देकर दुनिया की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है.

Advertisement1

भारत के जिनेवा स्थित स्थायी मिशन में काउंसलर क्षितिज त्यागी ने कहा, ‘हमें फिर मजबूर होना पड़ा है कि हम ऐसे देश की उकसावे वाली बातों का जवाब दें, जिसके नेताओं ने हाल ही में खुद पाकिस्तान को ‘डंप ट्रक’ कहा था. शायद यह सही उदाहरण है उस देश के लिए, जो इस मंच पर झूठ और पुराना प्रोपेगैंडा बार-बार दोहराता रहता है.’

पहलगाम हमले और 9/11 का जिक्र

त्यागी ने इस साल अप्रैल में हुए पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमें 9/11 नहीं भूलना चाहिए, जिसकी बरसी दुनिया कल मना रही है. यह भी याद रहे कि वही देश जिसने उसके मास्टरमाइंड (ओसामा बिन लादेन) को पनाह दी, बाद में उसे शहीद तक बताया था.’

‘दुनिया इस नाटक को अच्छी तरह समझती है’

त्यागी ने कहा कि पुलवामा, उरी, पठानकोट, मुंबई… यह लिस्ट कभी खत्म नहीं होती. इसके बावजूद पाकिस्तान यहां आकर नैतिकता का ढोंग करता है, जबकि असलियत में वही उन नेटवर्क्स को फंडिंग और पनाह देता है, जो वैश्विक सुरक्षा को खतरे में डालते हैंय. उन्होंने कहा, ‘दुनिया इस नाटक को अच्छी तरह समझती है. पहलगाम हमले पर भारत की सटीक और अनुपातिक कार्रवाई ही इसका सबूत है कि हम भूलेंगे नहीं.’

उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, ‘हमें आतंक के सरपरस्त से कोई सबक नहीं चाहिए. न ही अल्पसंख्यकों के उत्पीड़क से उपदेश, और न ही उस देश से कोई सलाह, जिसने अपनी विश्वसनीयता खुद बर्बाद कर ली है.’

Advertisements
Advertisement