श्योपुर: नेपाल में भड़की हिंसा के बीच श्योपुर जिले के चार युवा अपने एक दिल्ली निवासी दोस्त के साथ वहां फंस गए हैं.घर से दूर परदेस में संकट में घिरे इन युवाओं ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर भारत सरकार और भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगाई है.लेकिन अब तक कोई ठोस मदद नहीं मिल पाने से परिजनों की चिंता और बढ़ गई है.घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है और वे लगातार प्रशासन से संपर्क साधकर अपने बच्चों को सुरक्षित घर लाने की अपील कर रहे हैं.
घूमने गए थे नेपाल, फंस गए हिंसा में
जानकारी के मुताबिक श्योपुर के रहने वाले शाहरुख खान, हर्ष दंडोतिया, अनूप दंडोतिया और विक्की निर्मल 3 सितम्बर को अपने दिल्ली के दोस्त राहुल राजपूत के साथ कार से नेपाल घूमने के लिए निकले थे.पांचों दोस्तों ने नेपाल में कई जगहों पर घूमने का कार्यक्रम बनाया था.इसी बीच नेपाल में अचानक हिंसा भड़क गई। नौ सितम्बर को युवाओं की वापसी तय थी, लेकिन हिंसा और तनावपूर्ण माहौल के कारण वे वहां के एक स्टे होम में फंसकर रह गए.
वीडियो जारी कर लगाई मदद की गुहार
फंसे हुए युवाओं ने इंटरनेट सुविधा मिलने पर एक वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया.इस वीडियो में उन्होंने साफ कहा कि वे नेपाल में चल रही हिंसा के कारण बेहद खौफजदा हैं और सुरक्षित बाहर नहीं निकल पा रहे.उन्होंने भारत सरकार और विशेष रूप से भारतीय दूतावास से जल्द से जल्द मदद की गुहार लगाई. वीडियो में युवाओं ने बताया कि हालात बिगड़ते जा रहे हैं और यदि तुरंत सहायता नहीं मिली तो उनकी सुरक्षा पर गंभीर संकट खड़ा हो सकता है.
अब तक मदद नहीं मिली, घरों में मातम जैसा माहौल युवाओं के परिजनों ने भी वीडियो वायरल होने के बाद सरकार से संपर्क साधने की कोशिश की.लेकिन अब तक कोई ठोस मदद नहीं मिलने से उनकी बेचैनी और बढ़ गई है। चारों युवाओं के परिवारों के घरों में मातम जैसा माहौल है। मां-बाप लगातार अपने बच्चों की सलामती के लिए दुआएं कर रहे हैं.रिश्तेदार और पड़ोसी भी घर पर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधा रहे.
दिल्ली का युवक भी फंसा
श्योपुर के युवाओं के साथ दिल्ली निवासी राहुल राजपूत भी इस संकट में फंसा हुआ है.राहुल के परिवारजन भी लगातार उसके सुरक्षित लौटने की दुआ कर रहे हैं.सभी पांचों युवक एक साथ यात्रा कर रहे थे और स्टे होम में एक साथ रह रहे हैं.युवाओं का कहना है कि उनके पास फिलहाल सीमित संसाधन हैं और यदि हालात ज्यादा खराब हुए तो वे लंबे समय तक वहां नहीं रुक पाएंगे.
नेपाल में क्यों भड़की हिंसा
नेपाल में बीते कुछ दिनों से राजनीतिक तनाव और सामाजिक असंतोष बढ़ता जा रहा है.कई हिस्सों में आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है.प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों की खबरें लगातार सामने आ रही हैं.यातायात और संचार व्यवस्था भी प्रभावित हो गई है। इसी वजह से नेपाल घूमने गए पर्यटक वहां फंस गए हैं। नेपाल सरकार ने भी पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर रुकने की सलाह दी है.
भारतीय दूतावास से भी लगाई गुहार
फंसे हुए युवाओं ने न सिर्फ सोशल मीडिया पर मदद मांगी है बल्कि सीधे भारतीय दूतावास से भी संपर्क साधा है। हालांकि अभी तक किसी तरह की मदद उन तक नहीं पहुंच पाई है.दूतावास की ओर से भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। परिजन उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द ही सरकार हस्तक्षेप कर उनके बच्चों को सुरक्षित भारत वापस लाएगी.
परिजनों की सरकार से अपील
श्योपुर में बैठे परिजनों ने कहा कि सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए.यदि देरी हुई तो हालात बिगड़ सकते हैं.युवाओं के घरवालों ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और मध्यप्रदेश सरकार से अपील की है कि वे तुरंत पहल करें और नेपाल सरकार से बातचीत कर सभी फंसे हुए भारतीयों को सुरक्षित निकालें.