खगड़िया : बिहार में 102 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारी पिछले 8 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. खगड़िया जिले के गोगरी प्रखंड में कर्मचारियों ने सदर अस्पताल के सामने धरना दिया, जिससे आम जनता और मरीजों की आवाजाही प्रभावित हो रही है.
इंटक के जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुमार पटेल ने बताया कि राज्य भर में एंबुलेंस कर्मचारी हड़ताल पर हैं. उनका कहना है कि कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं होने के कारण हड़ताल करनी पड़ी. उनकी प्रमुख मांगों में शामिल हैं: श्रम अधिनियम के तहत वेतन और अन्य सुविधाएं, अतिरिक्त कार्य का उचित भुगतान, हर महीने निश्चित समय पर वेतन का भुगतान, एंबुलेंस की समय पर मरम्मत और खराब होने पर वेतन में कटौती न करना.कर्मचारियों ने ईएमटी और ड्राइवरों की तत्काल नियुक्ति की भी मांग की है. धरने के दौरान उन्होंने ‘शोषण बंद करो’, ‘ठिकेदारी प्रथा बंद करो’ और ‘स्वास्थ्य समिति होश में आओ’ जैसे नारे लगाए.
हड़ताल के कारण आम मरीजों को निजी वाहन का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे उनका खर्च बढ़ गया है. कर्मचारी चेतावनी दे रहे हैं कि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी होने की जिम्मेदारी राज्य स्वास्थ्य समिति और जेडईएन प्लस प्राइवेट लिमिटेड की होगी. विशेषज्ञों का कहना है कि इस हड़ताल का लंबा समय तक जारी रहना स्वास्थ्य सेवा पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है. सरकार और संबंधित विभागों से कर्मचारियों की मांगों पर तुरंत कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है.