सुल्तानपुर: सितंबर माह में गन्ने की फसल को रोगों से बचाने की जरूरत है. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक रेड रॉड और उकथा रोग गन्ने की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं. इन रोगों से गन्ने की बढ़वार रुक जाती है. पौधे सूखने लगते हैं और किसानों को आर्थिक नुकसान होता है. कृषि अधिकारी उदय प्रताप सिंह ने किसानों को सचेत किया है.
मौसम में बदलाव और नमी की अधिकता से रोग फैल सकते हैं. समय पर बचाव न करने से पूरी फसल प्रभावित हो सकती है. किसानों को सलाह दी गई है कि वे प्रति एकड़ 2 किलोग्राम ट्राइकोडरमा हरजानियम का प्रयोग करें. यह जैविक कवकनाशी मिट्टी में मौजूद हानिकारक जीवाणुओं को खत्म करता है. यह पौधे की जड़ों को मजबूत बनाता है. इससे फसल स्वस्थ रहती है और रोगों का प्रकोप कम होता है.
कृषि अधिकारी ने किसानों को गन्ने की फसल का नियमित निरीक्षण करने की सलाह दी है. रोग के लक्षण दिखने पर तुरंत उपचार करें और कृषि विभाग से संपर्क करें.