दरभंगा: राज्य महिला आयोग की सदस्या श्रीमती सजल झा द्वारा नारी सम्मान, सुरक्षा एवं अधिकारों की रक्षा के लिए जिला दरभंगा में सर्किट हाउस में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
आयोग ने हाल ही में आयोजित समीक्षा बैठक में सभी थाना,वन स्टॉप सेंटर दरभंगा से प्राप्त महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न तथा सामाजिक असमानता से जुड़े मामलों पर गंभीरता से विचार किया और संबंधित विभागों व प्रशासन को ठोस कार्रवाई का निर्देश दिए.
आयोग की अध्यक्षा ने प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि –“महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता. हर महिला को सुरक्षित वातावरण में शिक्षा,रोजगार और स्वतंत्र जीवन का अधिकार है.आयोग का उद्देश्य केवल शिकायतों का निवारण करना नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाना और रोकथाम की ठोस व्यवस्था करना भी है.”
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर महिला हेल्प डेस्क की सक्रियता–आयोग ने डीएसपी ट्रैफिक,सभी थाना प्रभारी , को यह निर्देश दिया है कि महिला हेल्प डेस्क को और अधिक सशक्त बनाया जाए. सभी थानों में महिला सहायता प्रकोष्ठ की 24×7 उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि प्रत्येक संस्थान को POSH Act का पालन करना होगा और इसके उल्लंघन पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.कानून के दुरुपयोग की रोकने–आयोग यह भी मानता है कि महिलाओं को मिले कानूनी अधिकारों का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. गलत या झूठी शिकायतों के मामलों में आयोग निष्पक्ष जांच करेगा और आवश्यकतानुसार न्यायालय को रिपोर्ट भेजेगा,ताकि निर्दोष व्यक्तियों के साथ अन्याय न हो.जन-जागरूकता अभियान–महिला आयोग की सदस्य ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर एवं जिला हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ़ वीमेन पूरे राज्य में व्यापक जागरूकता अभियान चलाएगा,जिसमें ग्रामीण एवं शहरी स्तर पर कार्यशालाएँ, विद्यालयों/महाविद्यालयों में सेमिनार तथा डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को महिला सुरक्षा कानूनों की जानकारी दी जा रही है.पीड़िताओं को त्वरित सहायता–आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी पीड़िता को तुरंत कानूनी सलाह, मनोवैज्ञानिक परामर्श एवं अस्थायी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए आयोग ने राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, महिला विकास निगम तथा पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित किया है.
राज्य महिला आयोग की सदस्य द्वारा वन स्टॉप सेंटर दरभंगा कार्यालय का भी निरीक्षण किया गया. निरीक्षण में उन्होंने वन स्टॉप सेंटर के कार्य प्रणाली एवं सभी व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखी.आयोग की अपील राज्य महिला आयोग आम नागरिकों से अपील करता है कि –महिलाओं के साथ होने वाले किसी भी प्रकार के उत्पीड़न की सूचना तुरंत आयोग या पुलिस को दें.समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान एवं सहयोग की भावना विकसित करें. शैक्षणिक संस्थानों व कार्यस्थलों पर सुरक्षित एवं समान अवसर प्रदान करने में योगदान दें. आयोग की सदस्य ने यह स्पष्ट करना चाहता है कि न तो किसी भी महिला के अधिकारों का हनन बर्दाश्त किया जाएगा और न ही किसी निर्दोष व्यक्ति को झूठे आरोपों का शिकार बनने दिया जाएगा .