कांग्रेस नेता राहुल गांधी वीवीआईपी सुरक्षा कैटेगरी में आते हैं. इसी बीच उनकी सुरक्षा को लेकर सूत्रों को हवाले से बड़ी खबर सामने आई है. राहुल गांधी की सुरक्षा चूक को लेकर सीआरपीएफ (CRPF) के डीजी सिक्योरिटी ने पत्र लिखा है. उन्होंने राहुल गांधी पर अपनी ही सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लेने और सिक्योरिटी प्रोटोकॉल नहीं मानने के आरोप लगाए हैं.
CRPF अधिकारी ने लिखा पत्र
सुनील जून ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी अपनी सिक्योरिटी को लेकर गंभीरता नहीं बरत रहे हैं. राहुल गांधी Z+ with ASL सुरक्षा कैटगरी के प्रोटेक्शन में आते हैं. लेकिन, उसके कायदे कानून का उल्लंघन करते हैं. साथ ही राहुल गांधी को लेकर सीआरपीएफ सिक्योरिटी की येलो बुक प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर बिना बताए विदेश यात्रा पर जाने की शिकायत भी की गई है.
पत्र में कहा गया है कि Z प्लस ASL सिक्योरिटी से लैस वीआईपी को विदेश दौरे से 15 दिन पहले अपनी सिक्योरिटी एजेंसी को सूचित करना जरूरी होता है. लेकिन, राहुल गांधी पर ऐसा नहीं करने का आरोप लगाया गया है. राहुल गांधी देश के उन चुनिंदा वीवीआईपी में से हैं जो अति सेंसिटिव महत्व के हैं लेकिन वो इसके प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते.
सीआरपीएफ के मुताबिक पिछले 9 महीने में राहुल गांधी 6 बार सिक्योरिटी ब्रीच कर विदेश दौरे पर गए हैं. लेकिन, इन 6 विदेश दौरों को सुरक्षा एजेंसी से बिना बताए किया गया. जिससे सुरक्षा एजेंसी को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.
- पिछले 9 महीने में कांग्रेस नेता ने जिन 6 विदेश दौरों में सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है वो यह हैं-
- पहला 30 दिसंबर 2024 से 9 जनवरी तक इटली का दौरा. 10-11 दिन तक नए साल पर विदेश का दौरा
- दूसरा 12 मार्च 17 मार्च तक वियतनाम का दौरा
- तीसरा 17 से 23 अप्रैल तक दुबई का दौरा
- चौथा 11 से 18 जून कतर के दोहा में दौरा
- पांचवां 25 जून से 6 जुलाई तक लंदन का दौरा
- छठवां 4 से 8 सितंबर तक मलेशिया दौरा
मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को शिकायत पत्र लिखकर सीआरपीएफ ने आगे सुरक्षा प्रोटोकॉल का ख्याल रखने की अपील की है