नेपाल हिंसा से छतरपुर के 14 लोग सुरक्षित लौटने की राह पर

नेपाल की राजधानी काठमांडू में भड़की हिंसा के बीच छतरपुर के चार परिवार फंस गए थे। सभी परिवार पशुपतिनाथ जी के दर्शन के लिए नेपाल गए थे, लेकिन अचानक भड़की हिंसा और आगजनी के कारण हालात बिगड़ गए। डर और अफरा-तफरी के माहौल में वहां से निकलना मुश्किल हो गया। इस दौरान छतरपुर के व्यापारी निर्देश अग्रवाल ने एक वीडियो जारी कर मदद की गुहार लगाई और पीएम नरेंद्र मोदी से भारत वापस लाने की अपील की।

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परिवारों की अपील पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी को सुरक्षित भारत लाया जाएगा। राहत की बात यह है कि अब चारों परिवार अपनी गाड़ियों से भारत लौटने की राह पर हैं। निर्देश अग्रवाल ने बताया कि नेपाल के हालात बहुत खराब हैं और बड़ी मुश्किल से सभी ने हिम्मत जुटाकर वापसी का फैसला किया। उन्होंने यह भी कहा कि जब वे भारत-नेपाल सीमा से लगभग आठ किलोमीटर दूर थे, तब उन्होंने दूसरा वीडियो जारी कर सुरक्षित लौटने की जानकारी दी।

इन चार परिवारों में कुल 14 लोग शामिल हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं। फंसे हुए लोगों में छतरपुर के कोतवाली इलाके की गल्ला मंडी के व्यापारी राजीव कुमार, पप्पू मातेले, निर्देश अग्रवाल, गुड्डू अग्रवाल और एक कुशवाहा परिवार शामिल है। नेपाल की हिंसा में फंसने के बाद इन परिवारों के परिजन भी छतरपुर में लगातार चिंतित थे।

अब सभी लोग धीरे-धीरे छतरपुर लौट रहे हैं। उनके सुरक्षित निकलने की खबर से परिजनों और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। यह घटना विदेश यात्रा के दौरान सुरक्षा और सतर्कता की अहमियत को भी उजागर करती है। नेपाल की हिंसा के बीच फंसे छतरपुर के लोग अब सुरक्षित भारत आने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

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