रायबरेली में राहुल गांधी के दौरे के दौरान राजनीतिक विवाद सामने आया। ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडेय ने उनकी दिशा बैठक का बहिष्कार कर दिया। विधायक ने साफ कहा कि वे किसी भी हालत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने बैठक बीच में ही छोड़ दी और बाहर आकर मीडिया से बात की।
मनोज पांडेय का कहना था कि हाल ही में बिहार की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस के मंच से प्रधानमंत्री की मां को लेकर अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। इसी विरोध में उन्होंने राहुल गांधी की बैठक में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने राहुल गांधी को लिखित प्रस्ताव भी सौंपा, जिसमें इस टिप्पणी की निंदा करने की मांग की गई है।
विधायक ने राहुल गांधी के कार्यकाल पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सांसद बनने के बाद से उन्होंने संसद में रायबरेली की समस्याओं को कितनी बार उठाया है, यह जनता जानना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने एम्स में आईसीयू बिस्तरों की कमी का मुद्दा भी उठाया।
इससे पहले, योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी राहुल गांधी के विरोध में धरना दिया था और उनके काफिले को रास्ते में रोक दिया था। अब विधायक पांडेय के बहिष्कार ने इस विवाद को और तूल दे दिया है। कांग्रेस के लिए यह चुनौतीपूर्ण माहौल तब बना है जब राहुल गांधी लगातार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।