बिहार विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बाकी हैं और सियासी हलचल तेज हो गई है। एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है। इस बीच महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा तय करने को लेकर कांग्रेस ने फिर सस्पेंस बढ़ा दिया है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्ण अल्लावरू ने साफ कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा जनता तय करेगी। उन्होंने पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, सब कुछ सही दिशा में चल रहा है।
सीट शेयरिंग को लेकर भी उन्होंने भरोसा जताया। उनका कहना था कि हर बैठक में सीट बंटवारे को लेकर अच्छे से चर्चा हो रही है और आने वाले दिनों में इसका स्पष्ट नतीजा सामने आएगा। नए पार्टनर को लेकर उन्होंने कहा कि किसी भी गठबंधन में जब नए दल शामिल होते हैं तो पुराने साथियों को थोड़ा त्याग करना पड़ता है, यह हर गठबंधन का नियम है।
उन्होंने पटना में संविदा कर्मियों पर हुए लाठीचार्ज पर सरकार को घेरा और कहा कि यह वोट चोरी की सरकार है, जो जनता की आवाज दबाने के लिए बल प्रयोग कर रही है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचा रही है और आम जनता की समस्याओं से मुंह मोड़ रही है।
महागठबंधन के भीतर तेजस्वी यादव की योजनाओं पर उठे सवालों को लेकर भी उन्होंने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर जनता के भले के लिए एफआईआर दर्ज करनी है तो जरूर करें, लेकिन इंडिया गठबंधन लोगों की समस्याओं से पीछे नहीं हटेगा। वहीं मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले सरकार बनने दीजिए, उसके बाद इस पर फैसला होगा।
कांग्रेस के इस बयान ने साफ कर दिया है कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर अब भी पूरी सहमति नहीं बनी है। ऐसे में चुनावी रणनीति और सीट बंटवारे के बीच सीएम फेस का मुद्दा सस्पेंस बनाए हुए है।