बिहार की राजधानी पटना के दानापुर स्टेशन पर रेलवे ने तेजस राजधानी और संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस का ठहराव शुरू कर दिया है। लंबे इंतजार के बाद यह कदम स्थानीय लोगों के लिए बड़ी राहत साबित हुआ है। इससे क्षेत्रवासियों को राजधानी और अन्य शहरों के लिए सफर में सुविधा मिलेगी। रेलवे के इस फैसले से दानापुर के लोगों ने राहत की सांस ली है और उन्होंने इसे क्षेत्र के हित में लिया गया सकारात्मक कदम बताया।
ठहराव का शुभारंभ कार्यक्रम राजनेताओं की मौजूदगी में हुआ। राज्यसभा सांसद डॉ. भीम सिंह, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रामकृपाल यादव और बीजेपी विधान परिषद सदस्य अनामिका सिंह ने संयुक्त रूप से झंडी दिखाकर ट्रेनों का ठहराव शुरू किया। कार्यक्रम में लोजपा युवा अध्यक्ष वेद प्रकाश पांडेय और बीजेपी के कई स्थानीय नेता भी उपस्थित रहे। इस दौरान नेताओं के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के संकेत भी नजर आए। माना जा रहा है कि आने वाले चुनावों में इसका राजनीतिक प्रभाव दिख सकता है।
रेलवे ठहराव को रामकृपाल यादव के आग्रह पर मंजूरी दी गई। बीजेपी नेताओं ने इसे अपनी उपलब्धि बताया और स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी स्वागत किया। लोगों ने कहा कि अब उन्हें राजधानी और संपूर्ण क्रांति जैसी प्रमुख ट्रेनों का लाभ सीधे अपने स्टेशन से मिलेगा।
इस ठहराव की शुरुआत न केवल रेलवे की सौगात के रूप में देखी जा रही है, बल्कि राजनीतिक अखाड़े के रूप में भी इसे महत्व दिया जा रहा है। बीजेपी और लोजपा के कार्यकर्ता झंडी दिखाने के दौरान मिलकर नजर आए, लेकिन नेताओं के बीच इसका श्रेय लेने की होड़ साफ दिखाई दी। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले चुनावी दौर में दानापुर में इस ठहराव के जरिए सहयोग और प्रतिस्पर्धा दोनों की झलक देखने को मिलेगी।
दानापुर में ट्रेनों के ठहराव से स्थानीय व्यापार, आवागमन और यात्रियों की सुविधा में सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है। इससे पहले भी चुनाव से पहले बिहारवासियों को रेलवे की कई सौगातें मिल चुकी हैं, लेकिन यह ठहराव क्षेत्रवासियों के लिए विशेष महत्व रखता है। रेलवे और स्थानीय प्रशासन दोनों ही इसे क्षेत्र के विकास और लोगों के हित में बड़ा कदम बता रहे हैं।