दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़े ISIS आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. स्पेशल की तरफ से देश के कई राज्यों में एक साथ छापेमारी की गई थी. इस दौरान कई आतंकियों को भी गिरफ्तार किया है. इनके पास से कई आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई है. रांची, मुंबई, दिल्ली से आतंकियों से हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया है.
स्पेशल सेल ने मुंबई के दो आरोपियों को निजामुद्दीन से हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया. बेंगलुरु से 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 7 को छोड़ दिया गया. यह मॉड्यूल देश भर में आतंकवादी गतिविधियां करने की योजना बना रहा था. गिरोह सिग्नल ऐप का इस्तेमाल करता था.
ISIS टेरर मॉड्यूल
किंगपिन दानिश IED बनाते समय घायल हुआ था. इस मॉड्यूल में करीब 40 सक्रिय सदस्य थे, जिनमें से केवल 5 को आतंकी गतिविधि की जानकारी थी. गिरोह Signal ऐप के जरिये संपर्क में रहता था. बेंगलुरु क्षेत्र से 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 7 को सबूत न मिलने पर छोड़ा गया.
दो आरोपियों ने मेवात से हथियार खरीदे और निज़ामुद्दीन स्टेशन से मुंबई जाने की तैयारी में थे तभी तकनीकी खुफिया मदद से पकड़े गए. आफताब और अबु सुफ़ियान, दोनों मुंबई निवासी निज़ामुद्दीन से हथियारों के साथ गिरफ्तार किए गए हैं. इनके पास 3 पिस्टल और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं.
पूछताछ में होंगे कई खुलासे
देशभर के अलग-अलग इलाकों से हुई इन गिरफ्तारियों ने सभी को चिंता में डाल दिया है. हालांकि स्पेशल सेल ने इनको समय रहते रोक दिया है. इसके साथ ही इनके प्लान पर पानी फेर दिया. स्पेशल सेल का का कहना है कि यह मॉड्यूल देशभर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की बड़ी तैयारी कर रहा था. फिलहाल टीम की तरफ से उनसे पूछताछ जारी है. ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.
स्पीलर सेल की तरह कर रहे थे काम
गिरफ्तार किए गए पांचों आतंकी आईएसआईएस के स्लीपर सेल थे. इन आतंकियों का मुख्य काम हथियारों और विस्फोटकों को जुटाना और संगठन में नए आतंकियों की भर्ती करना था. बता दें कि खिलाफत मॉड्यूल ISIS आतंकी संगठन की साजिश का एक हिस्सा होता है, जिसमें नए युवाओं का ब्रेनवॉश करके उन्हें संगठन में शामिल किया जाता है और उन्हें अलग-अलग इलाकों में सक्रिय कर दिया जाता है.