इंदौर: देश के सबसे स्वच्छ शहर में तेजी से बढ़ती डॉग बाइट की घटनाएं रोकने के लिए अब भूख से आक्रमक हो रहे डॉग्स को बाकायदा भंडारा कराया जा रहा है. दरअसल इंदौर में इस पहल की शुरुआत डॉगी ढाबा संचालित करने वाले एक परिवार ने की है, जिसने लोगों को डॉग बाइट से बचने का संदेश देने के लिए विश्व डॉग दिवस पर 1000 से ज्यादा स्ट्रीट डॉग को भंडारे के जरिए भोजन कराया. वहीं 100 से ज्यादा पेट लवर भी अपने-अपने डॉग को लेकर भंडारे में पहुंचे.
कुत्तों के लिए आयोजित किया गया भंडारा
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
दरअसल, डॉग का भंडारा शहर के रेवती क्षेत्र में मौजूद डॉगी ढाबा में आयोजित किया गया था. जिसमें डॉग के लिए खास तौर पर बिरयानी के अलावा डॉग मफिंस केक और अन्य व्यंजनों की व्यवस्था की गई थी. भंडारे में ज्यादा से ज्यादा पेट लवर अपने डॉग्स को लेकर पहुंचे, इसके लिए बाकायदा ऑटो रिक्शा पर बैनर लगाकर मार्केटिंग भी की गई थी. वहीं, सोशल मीडिया पर भी भंडारे को ट्रेंड किया गया. नतीजतन भंडारे में पहली बार बड़ी संख्या में एक साथ कई डॉग्स भोजन करते पाए गए.
भूख के कारण हमला करते हैं डॉग?
अपनी इस पहल को लेकर बलराज झाला बताते हैं कि ”शहर में अधिकांश डॉग भूख के कारण आक्रामक हो रहे हैं. इसी वजह से लोगों को डॉग बाइट का शिकार बना रहे हैं. स्वच्छता अभियान के पूर्व कुत्तों को सड़कों पर व अन्य स्थानों पर भोजन मिल जाता था, लेकिन अब स्ट्रीट डॉग को भोजन नहीं मिलता. जिसके कारण वह कई बार लोगों पर हमला कर देते हैं. यदि स्थानीय लोग कुत्तों को भोजन देना शुरू कर दें तो इस स्थिति पर काफी हद तक नियंत्रण हो सकता है.”