सूरजपुर: जिले का माहौल शुक्रवार को अचानक गर्मा गया, जब अग्रवाल समाज के खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई एक आपत्तिजनक व नफरत फैलाने वाली पोस्ट सामने आई. बताया गया कि कुनकुरी निवासी युवक विनय सिंह, जो स्वयं को कथित कांग्रेस नेता बताता है, ने अपने फेसबुक अकाउंट पर अग्रवाल समाज के विरुद्ध भ्रामक और घृणा फैलाने वाली पोस्ट साझा की. पोस्ट में लिखी गई अमर्यादित और अपमानजनक बातें देखते ही देखते वायरल हो गईं और नगर के अग्रवाल समाज में तीखा आक्रोश फूट पड़ा.
समाज के लोगों का कहना है कि यह पोस्ट न केवल अग्रवाल समाज को बदनाम करने की साजिश है, बल्कि विभिन्न जातियों के बीच वैमनस्य फैलाने और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का सुनियोजित प्रयास है. यही कारण रहा कि पोस्ट सामने आते ही सूरजपुर जिले के साथ पूरे सरगुजा संभाग के अग्रवाल समाज ने इसे अपनी अस्मिता पर हमला मानते हुए इसका कड़ा विरोध शुरू कर दिया.
थाने तक पहुँचा आक्रोश
शुक्रवार को सूरजपुर में अग्रवाल समाज के सैकड़ों लोग थाने पहुँच गए. समाज के प्रतिनिधिमंडल में अग्रवाल समाज सूरजपुर के अध्यक्ष अमृतलाल अग्रवाल, सचिव राजेश महलवाला, संभागीय महासभा के महामंत्री सुनील अग्रवाल और नगर पालिका उपाध्यक्ष शैलेष गोयल शामिल रहे. इनकी अगुवाई में समाजजनों ने पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर युवक के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की मांग की.
प्रतिनिधिमंडल ने सीएसपी एसएस पैकरा, तहसीलदार सूर्यकांत साय और थाना प्रभारी विमलेश दुबे को सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि उक्त पोस्ट सार्वजनिक शांति को भंग करने वाली है. इससे समाज में गलतफहमियां और जातीय द्वेष फैलने का खतरा बढ़ गया है. समाज ने साफ चेतावनी दी है कि अगर तुरंत एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन की राह अख्तियार की जाएगी.
संगठनों ने दिखाई एकजुटता
इस पूरे घटनाक्रम में सूरजपुर जिले के विभिन्न अग्रवाल संगठनों ने एकजुट होकर अपना विरोध दर्ज कराया. अग्रवाल सभा सूरजपुर, अग्रसेन समिति सूरजपुर, अग्रवाल नवयुवक समिति, मारवाड़ी युवा मंच सूरजपुर और अग्रवाल युवा सम्मेलन सूरजपुर के पदाधिकारियों ने बैठक कर युवक की पोस्ट को घोर निंदनीय बताया. संगठनों ने इस पोस्ट को संकीर्ण मानसिकता की उपज बताते हुए कहा कि इस तरह की भाषा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
संगठनों ने प्रशासन को चेताया है कि यदि आरोपी युवक पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो शांतिप्रिय अग्रवाल समाज भी आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा. उन्होंने कहा कि समाज की सहनशीलता को कमजोरी समझना बड़ी भूल होगी.
पदाधिकारी और समाजजन रहे मौजूद
थाने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल और समाजजनों की भीड़ में जिले के कई प्रमुख पदाधिकारी और युवा शामिल थे. इनमें संजय केजरीवाल, प्रवेश गोयल, मुकेश गर्ग, विरेन्द्र बंसल, उमेश अग्रवाल, प्रमोद जैन, विकास जैन, सुमित मित्तल, गौरिश जिंदल, संस्कार अग्रवाल, संजय जैन, बजरंग गर्ग, विकास अग्रवाल, सतीश जैन, जय भगवान अग्रवाल, नरेश मित्तल, राजेश मित्तल, आकाश अग्रवाल, सोनू जैन, अजय मित्तल, अजय अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, हर्ष पालिवाल, भीमसेन मित्तल, आशीष कुमार, नवीन अग्रवाल, सुनील जैन, मनोज अग्रवाल, रितेश अग्रवाल, गौरव महलवाला और अवधेश गोयल जैसे सैकड़ों नाम शामिल रहे. समाजजनों का कहना था कि यह केवल एक वर्ग पर हमला नहीं, बल्कि पूरे समाज में नफरत फैलाने की चाल है. यदि प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो आने वाले समय में इसके दुष्परिणाम देखने को मिलेंगे.
माहौल बिगाड़ने की साजिश?
गौरतलब है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर राजनीतिक बयानबाजी के साथ-साथ सामाजिक संगठनों को भी निशाना बनाने की घटनाएँ बढ़ी हैं. ऐसे में कुनकुरी युवक का यह कदम समाज को भड़काने और माहौल बिगाड़ने की एक साजिश के तौर पर देखा जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह केवल अग्रवाल समाज का मामला नहीं, बल्कि पूरे जिले में सामाजिक सद्भाव और आपसी भाईचारे पर सीधा प्रहार है.
फिलहाल पुलिस ने मामले की शिकायत दर्ज कर जांच शुरू करने की बात कही है. हालांकि समाज के लोगों में आशंका है कि यदि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो इस घटना से प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल उठेंगे. अग्रवाल समाज ने साफ कर दिया है कि यह मामला केवल कागजी कार्रवाई तक सीमित न रहे, बल्कि दोषी पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो.
नगर में अब सबकी नजरें पुलिस और जिला प्रशासन पर टिकी हैं. क्या प्रशासन समाज के आक्रोश को शांत कर पाएगा या यह विवाद बड़े आंदोलन का रूप लेगा, यह आने वाला समय ही बताएगा.