उज्जैन। साइबर ठगी के मामलेे में मोबाइल सिम का फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित वर्ष 2023 तक फ्रीगंज स्थित मोबाइल दुकान पर काम करता था। जहां उसने फर्जीवाड़ा किया था। इसके बाद उसने महाकाल क्षेत्र में दुकान खोलकर सिम बेचना शुरू किया था। आरोपित के खिलाफ महाकाल व माधव नगर पुलिस ने दो केस दर्ज किए हैं।
पुलिस ने बताया कि इमरान पुत्र सलीम नागौरी निवासी महाकाल रोड हालमुकाम आगर नाका वर्ष 2023 तक सीवी मोबाइल फ्रीगंज में काम करता था। जहां से काम छोड़ने के बाद इमरान ने महाकाल क्षेत्र में आरएल इमरान के नाम से मोबाइल की दुकान खोल ली थी।
आरोप है कि इमरान ने 27 जनवरी से 31 दिसंबर 2024 तक मोबाइल सिम का फर्जीवाड़ा किया है। जांच के दौरान साइबर सेल मुख्यालय ने जिन लोगों के नाम पर सिम दर्ज है, उनके बयान दर्ज किए थे।
इसमें पता चला है कि सिम उन्होंने नहीं खरीदी थी। उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग कर सिम साइबर ठगों को दी गई है। साइबर सेल ने महाकाल पुलिस को आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था।
ऐसे करता था धोखाधड़ी
कई लोग नई सिम या पोर्ट करवाने के लिए पहुंचते थे। आरोपित इमरान सिम लेने वाले व्यक्ति की के पहचान पत्र का दुरुपयोग कर दो सिम एक्टिवेट करता था। एक सिम ग्राहक को देकर दूसरी अपने पास रख लेता था। जिसे महंगे दामों पर साइबर ठगी करने वालों को बेच देता था। सिम लेने आए ग्राहक को पता ही नहीं चलता था कि उसके नाम से दो सिम जारी करवाई गई है। दोनों मामलों में पुलिस ने धारा 318(4) बीएनएस एवं धारा 66(सी) आइटी एक्ट तथा धारा 42-(3)(ई), 42(6) दूरसंचार अधिनियम 2023 के तहत केस दर्ज किए गए थे। शुक्रवार को माधव नगर पुलिस ने आरोपित इमरान को गिरफ्तारकर लिया।