बेंगलुरु को अक्सर भारत का सिलिकॉन वैली कहा जाता है. यहां देशभर से लोग आईटी सेक्टर में नौकरी करने पहुंचते हैं. शहर की चमक-दमक और गगनचुंबी इमारतें जहां इसकी पहचान हैं, वहीं दूसरी तरफ बाहर से आए लोगों की परेशानियां भी कम नहीं हैं.
मकान मालिकों की मनमानी, किराए पर घर ढूंढने की मुश्किलें, मनमर्जी से वसूला जाने वाला बिजली और पानी का बिल…ये सब यहां रहने वाले किराएदारों के लिए आम बातें हैं. सोशल मीडिया पर इन दिनों ऐसा ही एक मामला वायरल हो रहा है, जिसने फिर से किराएदारों की दिक्कतों को सुर्खियों में ला दिया है.
बेंगलुरु में किराए पर रह रहे एक शख्स की शिकायत इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. मामला पानी के बिल का है, जिसमें दो लोगों के घर को हर महीने लाखों लीटर पानी के इस्तेमाल का चार्ज थमाया जा रहा है.
Reddit के r/Bangalore फोरम पर यूजर ने पोस्ट लिखकर बताया कि उनका मकान मालिक हर महीने भारी-भरकम पानी का बिल उन पर डाल देता है. पोस्ट के मुताबिक, हम सिर्फ दो लोग हैं, ज्यादातर समय ऑफिस में रहते हैं. कई बार तो हफ्ते में 1–2 दिन पानी की सप्लाई ही नहीं होती. इसके बावजूद हर महीने 10 हजार रुपये तक का बिल आ जाता है. हाल ही में 1.65 लाख लीटर पानी के इस्तेमाल का बिल आया, जिसमें कुल रकम 15,799 रुपये थी.
इस पोस्ट के बाद कई यूजर्स ने अपने-अपने अनुभव शेयर किए. किसी ने लिखा कि ये बिल नामुमकिन है. दो लोगों के घर का बिल 300 रुपये से ज्यादा नहीं होना चाहिए।.सीधे BWSSB दफ्तर जाकर शिकायत करें.
एक और यूजर ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि उनके घर का मीटर खराब था, लेकिन BWSSB उसे बदलने के लिए तैयार नहीं हुआ..हमने पानी की सप्लाई के समय ही मीटर ऑन करना शुरू किया और बिल 400–500 रुपये तक आ गया.
कई लोगों ने बताया कि आमतौर पर 2–3 लोगों के परिवार का पानी का बिल 800 से 3,000 रुपये के बीच आता है. वहीं, कुछ यूजर्स ने सुझाव दिया कि किराएदारों को खुद मीटर रीडिंग चेक करनी चाहिए, सीधे BWSSB से शिकायत करनी चाहिए और मकान मालिक से पारदर्शिता की मांग करनी चाहिए.