कोरबा: जिले में हाथियों के आक्रमण की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. जिले के गयामाड़ा गांव में हाथियों के एक झुंड ने एक ग्रामीण के मकान को ध्वस्त कर दिया. मकान के अंदर सो रहे परिवार को हाथियों की आवाज सुनकर एक कमरे में दुबककर अपनी जान बचानी पड़ी.
जंगल में करीब 70 हाथी मौजूद
वन मंडल कटघोरा के तहत कुल 67 हाथी विभिन्न झुंडों में विचरण कर रहे हैं, जिनमें से 66 हाथी केवल केंदई रेंज में पाए जा रहे हैं. इसी क्षेत्र में मोरगा सर्किल के आसपास भी लगभग 12 हाथी घूम रहे हैं. इसके अलावा, सूरजपुर से हाल ही में 12 हाथी कोरबा पहुंचे हैं.
दहशत में कट रही ग्रामीणों की रात
गयामाड़ा निवासी अमृतलाल मंझवार का कच्चा मकान हाथियों ने पूरी तरह तोड़ दिया. रात में जब परिवार घर में सो रहा था, तो अचानक हाथियों की आहट से सभी सदस्यों ने एक कमरे में जाकर छुपकर अपनी जान बचाई. ग्रामीण अब हाथियों के इस व्यवहार के कारण रात को जागरूक रहने के लिए मजबूर हो गए हैं.
पसान रेंज के पास तनेरा घाट के निकट दंतैल नाम के हाथी ने सड़क किनारे लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचाया. ग्रामीणों द्वारा आवाज़ लगाकर उसे जंगल की तरफ भगाया गया। इसी तरह लालपुर और कोरबी क्षेत्र में भी हाथियों के झुंड घूमते नजर आ रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों में खौफ बढ़ा है.
वन विभाग ने जंगल में हाथियों के झुंड को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू कर जंगल की ओर खदेड़ने का काम किया है, ताकि हाथी और ग्रामीण दोनों के बीच टकराव कम हो सके। इसके बावजूद हाथियों और लोगों के बीच टकराव की घटनाएं बनी हुई हैं.