बस्तर अब सिर्फ नक्सल प्रभावित इलाका नहीं, बल्कि उद्योग और निवेश का नया केंद्र बनता जा रहा है। गुरुवार (11 सिंतबर) को जगदलपुर में आयोजित बस्तर इन्वेस्टर मीट में 1000 करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव सामने आए हैं।
आने वाले समय में यहां 38 कंपनियां उद्योग स्थापित करेंगी, जिसमें हॉस्पिटल और होटल जैसी सुविधाएं भी शामिल होंगी। इन प्रोजेक्ट्स से करीब 3 हजार लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। ये जानकारी बीजेपी सांसद संतोष पांडेय ने दी। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर विकास का विरोध करने का आरोप भी लगाया।
इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर हो रहा काम – BJP
बीजेपी सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि बस्तर अब नक्सलवाद के समापन की ओर बढ़ रहा है। उद्योग और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास इसकी गवाही दे रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि रावघाट परियोजना, रेल लाइन विस्तार और औद्योगिक निवेश बस्तर की नई तस्वीर गढ़ रहे हैं। 3513 करोड़ की रावघाट परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है और इसके साथ ही कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर भी काम हो रहा है।
कांग्रेस ने परियोजनाओं का किया विरोध
बीजेपी सांसद संतोष पांडेय ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार में कभी बस्तर पर ध्यान नहीं दिया गया। लोहंडीगुड़ा में टाटा स्टील परियोजना कांग्रेस के विरोध के कारण शुरू नहीं हो सकी।
अब बीजेपी सरकार की नई उद्योग नीति और निवेशकों को दी गई रियायतों से विदेशी कंपनियां भी छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित हो रही हैं।
स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी बड़ी घोषणा की गई है। बस्तर में अब नए अस्पताल खुलेंगे जिससे लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
पहले ही बीजेपी सरकार के कार्यकाल में मेडिकल कॉलेज खोले गए थे और अब नए हॉस्पिटल की श्रृंखला इस क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करेगी।
बढ़ेगा रोजगार अर्थव्यवस्था मजबूत होगी
सांसद ने यह भी कहा कि यह निवेश न सिर्फ रोजगार के नए अवसर खोलेगा बल्कि बस्तर की अर्थव्यवस्था और सामाजिक ढांचे को भी मजबूती देगा।
कारोबारियों का बीजापुर और सुकमा जैसे जिलों की ओर जाना बताता है कि अब वहां माहौल सुरक्षित और अनुकूल हो रहा है। बीजेपी का दावा है कि आने वाले कुछ सालों में बस्तर की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। बस्तर में रायपुर, बिलासपुर जिलों जैसी सुविधा होगी और विकास में प्रदेश का पूरा साथ देगा।